रांची :ईडी के बार-बार समन के बावजूद पहले तो झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे और इसके लिए तरह-तरह के कारण बताते रहे और हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए लेकिन राहत फिलहाल तक नहीं मिली और इन्हीं की राह पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी चल पड़े हैं वह भी बार-बार समन के बावजूद विभिन्न तरह के कारण बताते हुए ईडी के दफ्तर नहीं पहुंच रहे हैं। चर्चा है कि ईडी भी अब इनके खिलाफ कड़ी एक्शन ले सकती है और इन्हें कभी गिरफ्तार भी कर सकती है।
इधर मीडिया में हर एक खबरों के मुताबिक अरविंद केजरीवाल भी कह रहे हैं कि वह जेल जाने से डरते नहीं है। जिससे उनके भी इस्तीफा देने की चर्चा जोरों पर है वह कभी भी इस्तीफा दे सकते हैं। ठीक इसी तरह झारखंड में भी झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस्तीफा देकर अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम बना सकते हैं।
इसका मुख्य कारण यह बताया जा रहा है कि गांडेय से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया है और उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिए जाने के बाद झारखंड की राजधानी में बड़ी हलचल के कयास लगाए जा रहे हैं। जिसमें मुख्यमंत्री का इस्तीफा और उनकी पत्नी का सीएम बनाए जाने की चर्चा।
इस बात को गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे और जमशेदपुर के विधायक और पूर्व मंत्री सरयू राय के ट्वीट ने और हवा दे दी है जिसमें दोनों ने क्या कहा देखें
वहीं खबरों में सत्ता पक्ष के अंदर भी सीएम हेमंत मुश्किल में है और ज्यादा मुश्किल में आने पर बतौर विकल्प के रूप में मुख्यमंत्री पद की जिम्मेवारी कल्पना सोरेन को सौंपने के कयास जोरो पर लगाए जा रहे हैं। हालांकि ऐसा करने के लिए एक मुश्किल है।इससे पहले कल्पना सोरेन के ST सीट से चुनाव नहीं लड़ने की मजबूरी के बाद गांडेय जैसी सामान्य सीट का चयन किया गया है।
सत्ताधारी दल के सूत्रों के मुताबिक, अगर ईडी या राजभवन की तरफ से सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ किसी तरह की कोई करवाई की गई , तो कल्पना सोरेन सत्ता की बागडोर संभालते के लिए आगे आ सकती हैं। इसका एक और वजह बताया जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व रविवार के दिन अचानक सीएम हेमंत सोरेन के साथ कल्पना सोरेन को विधानसभा लेकर चले गए थे तो सभी चौंक गए थे। उनके पत्नी के साथ विधानसभा पहुंचने पर भी राजनीतिक गलियारे ने बदलाव की ओर इशारा किया था।
गौरतलब हो कि ईडी के द्वारा बड़गाई अंचल में जमीन से संबंधित मामले में हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए कई बार समन दिया गया यहां तक की ईडी के द्वारा समन में कहा गया था कि सीएम हेमंत सोरेन के पास समय नहीं है तो वही बताएं की कहां उनसे जाकर किस समय में किस दिन पूछताछ करनी है। इसके बावजूद सीएम ने उन्हें ना तो तिथि ना तो समय ना स्थान बताया उसके बाद चर्चा है कि अभी कुछ सख्त एक्शन ले सकती है।
जबकि सीएम हेमंत सोरेन भी राजनीति में कम मजे नहीं हुए हैं। उन्होंने ही अपने अगली रणनीति फूल प्रूफ तैयार कर रखी है।
इस रणनीति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सरफराज अहमद के इस्तीफे से कांग्रेस तो हैरान थी ही झामुमो के भी बड़े नेता भौंचक्के थे।
चर्चा है कि इसके बदले आगामी लोकसभा सीट या राज्यसभा सीट पर सरफराज अहमद को अवसर दिया जा सकता है।