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रांची: झारखंड में चल रही सियासी अटकलें के बीच सत्ता पक्ष महागठबंधन की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन फिलहाल अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। वहीं सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि बैठक में विधायकों को एकजुट रहकर किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार रहने को कहा गया है और रांची से बाहर नहीं जाने को कहा गया है। साथ ही सोशल मीडिया पर चल रहे सियासी अटकलों से परहेज करने की हिदायत दिए जाने की खबर है। भारतीय जनता पार्टी पर विधायकों को गुमराह करने का आरोप लगाया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री आवास पर बुधवार को हुई बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा के 27, कांग्रेस के 15 और आरजेडी के एक विधायक शामिल हुए. बैठक में कांग्रेस के दो विधायक और जेएमएम के भी दो विधायक शामिल नहीं हुए।

बैठक के बाद कहा गया है कि झारखंड की गठबंधन सरकार में कोई दिक्कत नहीं है।आज सीएम ने यही बताने के लिए बैठक बुलाई थी। बीजेपी झूठ बोल रही है। हम सभी के बीच सहमति बनाई है कि सोरेन हमारे नेता बने रहेंगे। वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।

बता दे कि फिलहाल राज्य में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि खनन घोटाले में ईडी के सात समन के बाद और ईडी की अगली कार्रवाई को देखते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बन सकते हैं।

वहीं दूसरी ओर विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफा को लेकर किसी तरह की चर्चा नहीं होने की खबर है कहा गया कि उन्होंने अपनी निजी कारणों से इस्तीफा दिया है। भारतीय जनता पार्टी इसको लेकर गलत प्रचार कर रही है।