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सिस‌ई प्रखंड कार्यालय के समक्ष झारखंड राज्य किसान सभा ने किया प्रदर्शन, आंदोलन की दी चेतावनी

On: June 26, 2024 2:11 PM
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सिसई (गुमला): किसान मुद्दों एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ सिस‌ई प्रखंड कार्यालय के समक्ष झारखंड राज्य किसान सभा सिस‌ई अंचल कमिटी द्वारा जुझारू प्रदर्शन कर आन्दोलन की चेतावनी दी गई। ‘खेत हमारा – फसल हमारा दाम तुम्हारा नहीं चलेगा, किसानों को खाद- बीज देना होगा, प्रखंड में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाओ, जल, जंगल, जमीन पर हमला नहीं चलेगा, सभी को राशन, बिजली, सिंचाई कूप, तालाब, आवास, पेंशन देना होगा, वनपट्टा देना होगा, किसानों का सारा कर्ज माफ़ करो, मनरेगा में 200 दिन काम व 600 रूपया मजदूरी दो, बकाया बिजली माफ करो, 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने की गारंटी करो, धान बीज में मनमानी दाम पर रोक लगाओ , किसान क्रेडिट कार्ड देना होगा, हाथियों के आतंक से किसानों को बचाना होगा, जाति – आवासीय प्रमाणपत्र बनाने मनमानी पर रोक लगाओ, जमीन ऑनलाइन सुधार एवं दाखिल खारिज के नाम पर राशि वसूली करना बन्द करो’ आदि नारे लग रहे थे।

मुख्य वक्ता के रूप में झारखंड राज्य किसान सभा के राज्य अध्यक्ष सुफल महतो ने कहा 13 माह चल रहा किसान आन्दोलन, 750 किसानों की शहादत के पश्चात मोदी सरकार ने तीनों कृषि कानून रद्द करते हुए 9 दिसम्बर 2021 को लिखित समझौता किया था कि तीन माह के अन्दर किसानों के फसलों के लिए एम एस पी की कानूनी गारंटी देंगे। 2 वर्ष बाद भी लागू नहीं कर देश के करोड़ों किसानों के साथ विश्वासघात किया है, आत्महत्याएं बढ़ रही है। सर्वाधिक महंगाई, बेरोजगारी, निजीकरण से किसान तबाह हैं। अन्नदाता किसान देश के 140 करोड़ लोगों के लिए चावल, रोटी, सब्जी, फल, दूध पैदा करते हैं लेकिन सरकार ने अभी तक फसलों के दाम की कानूनी गारंटी नहीं नहीं दिया। जो चिंता का विषय है। उन्होंने किसान आन्दोलन तेज करने का आवाह्न किया।

झारखंड राज्य किसान सभा के महासचिव सुरजीत सिन्हा-  संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के वोट से बनने वाली सरकार, किसानों के खिलाफ लगातार नीतियां बनाती है। झारखंड में 40 प्रतिशत खनिज संपदा है, खनिज में किसानों की हिस्सेदारी के लिए आन्दोलन का आवाह्न किया जाएगा।

झारखंड राज्य किसान कौंसिल सदस्य सह प्रमुख मधुवा कच्छप, जिला सचिव शंकर उरांव, किसान नेता तुरिया उरांव,साधु उरांव, सरिता देवी, अनिल उरांव, चन्द देव उरांव, प्रकाश गोप, राजेन्द्र उरांव, लखुवा उरांव, रवि उरांव, सुमन उरांव, फूलमनी देवी, पूनम देवी आदि ने संबोधित किया। 15 सूत्री मांग पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा गया।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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