रांची:- झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) कार्यालय के बाहर शुक्रवार को सैकड़ों छात्रों ने जमकर हंगामा किया। आयोग और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। हंगामे के दौरान सुमित नाम के छात्र ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
छात्रों ने कहा कि आयोग की कार्यप्रणाली ने राज्य के छात्रों को निराश किया है। पूरे राज्य में छात्रों में आक्रोश है। आखिर एक परीक्षा के लिए 2015 से अब तक चार बार आवेदन लिया जाना और सात बार परीक्षा स्थगित करना कहां तक जायज है? छात्र अपने मुद्दों का समाधान चाहते हैं। छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया को पूरा किया जाए अन्यथा राज्य में बड़ा आंदोलन होगा इसकी जिम्मेवारी आयोग की होगी।
क्या है पूरा मामला
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) ने सीजीएल परीक्षा के लिए साल 2015 में आवेदन भरवारा था। परीक्षा की तिथि 21/8/2016 थी, परीक्षा नहीं हुई। इसके बाद फरवरी 2017 में विज्ञापन पुनः निकाला गया, मार्च 2017 में परीक्षा होनी थी, परीक्षा फिर नहीं हो सकी। 2019 में नवंबर-दिसंबर में परीक्षा लेनी थी, नई सरकार आई फिर परीक्षा नहीं हो पाई। 2021 में अप्रैल और मई तक परीक्षा होनी थी, पर नहीं हुई। 21 अगस्त, 2022 को परीक्षा होनी थी, फिर किसी कारण से स्थगित कर दी गई। फिर मई-2023 में परीक्षा होनी थी लेकिन नहीं हुई। अगस्त 2023 में परीक्षा तिथि की घोषणा की गई लेकिन परीक्षा नहीं ली गई। इसके बाद 16-17 दिसंबर 2023 को भी परीक्षा की तारीख तय की गई थी, लेकिन स्थगित कर दी गई। छात्रों के विरोध को देखते हुए आयोग ने 21 और 28 जनवरी 2024 को परीक्षा की नई तिथि की घोषणा की है।