गढ़वा: गढ़वा के स्थानीय विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी एक बार फिर अपने विवादास्पद बयानों को लेकर चर्चा में हैं। हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में एक जनसभा के दौरान उनके भाषण की शैली और विषयवस्तु पर सवाल उठाए जा रहे हैं। पूर्व जिला 20 सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष नितेश सिंह ने विधायक तिवारी की मानसिक स्थिति पर ही सवाल खड़ा कर दिया है।
नितेश सिंह ने अपने आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में कहा, “जिस तरह से सत्येंद्रनाथ तिवारी बयानबाजी कर रहे हैं, उससे साफ झलकता है कि उनका मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि तिवारी अपने हालिया भाषण में खुद को गढ़वा विधायक बताने के बजाय डाल्टेनगंज विधायक कह बैठे, जिससे उनकी भाषण क्षमता और सजगता पर सवाल खड़े हो गए। नितेश सिंह ने आगे कहा कि केंद्रीय मंत्री गडकरी की उपस्थिति में दिए गए “अनर्गल भाषण” के दौरान आयोजकों ने उनका माइक तक छीन लिया।
प्रेसवार्ता में नितेश सिंह ने विधायक तिवारी की ओर से पेशका को प्रखंड का दर्जा दिए जाने की मांग पर भी तंज कसा। उन्होंने पूछा, “जब रघुवर दास की सरकार थी, तब आप क्या कर रहे थे? तब तो जैसे आपको साँप सूंघ गया था। आज किस मुँह से इस मांग को उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये ईडी और सीबीआई की धमकी देते हैं इनको रोका कौन है? हम तैयार के लिए हैं जाँच करा लीजिए। उन्होंने कहा की ये ज़ब विधायक बने थे तो इनके पास गढ़वा और डाल्टेनगंज मे मकान था अब कंहा से आया है सब ये दस साल घोटाला है। उन्होंने कहा की गढ़वा -अंबिकापुर फोरलेन बनाने की स्वीकृति 6 माह पहले ही मिल चुका है तब ये कल किस बात का मांग पत्र सौंप रहे थे, इनको ये भी पता नहीं है की इनके क्षेत्र में कहां कहां काम हो रहा है सच में इनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।