गढ़वा: भाजपा जिला मीडिया प्रभारी रितेश चौबे ने झामुमो पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि झामुमो नेताओं को गढ़वा विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी पर बेवजह टिप्पणी करने के बजाय अपनी ही सरकार की नाकामियों पर सवाल उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गढ़वा ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड की व्यवस्था चरमराई हुई है, लेकिन सत्ता में होने के बावजूद झामुमो नेता चुप्पी साधे हुए हैं।
चौबे ने आरोप लगाया कि राज्य की मंईयां सम्मान योजना में हजारों पात्र लोगों का नाम काट दिया गया है, लगातार बिजली कटौती से लोग परेशान हैं, स्वास्थ्य व्यवस्था दम तोड़ रही है और जनता त्राहिमाम कर रही है। इसके बावजूद झामुमो के नेता जनता को भ्रमित करने के लिए गढ़वा विधायक पर ही आरोप लगाने में लगे रहते हैं।
उन्होंने कहा कि जनता सब समझती है। झामुमो की सरकार है तो सुधार की जिम्मेदारी भी उसी की है। गढ़वा विधायक लगातार जनहित के मुद्दों को उठाते रहे हैं, लेकिन सरकार व्यवस्था सुधारने में नाकाम है। बेरोजगारी चरम पर है, किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है और उनकी फसल बर्बाद हो रही है, फिर भी झामुमो नेता मौन साधे बैठे हैं।
भाजपा मीडिया प्रभारी ने कहा कि गढ़वा सीट से चुनाव हारने के बाद झामुमो नेताओं में बौखलाहट साफ दिख रही है और वे “बयानवीर” बनकर केवल आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर झामुमो नेताओं में जनता के प्रति सचमुच ईमानदारी है तो वे हेमंत सरकार को कामकाज सुधारने के लिए मजबूर करें।
अंत में चौबे ने कहा कि झामुमो का असली चेहरा अब जनता देख चुकी है। उनका एकमात्र काम जनता को गुमराह करना है, लेकिन अब लोग उनकी चाल-चरित्र को भलीभांति समझ चुके हैं।
झामुमो नेता बयानवीर, जनता को कर रहे गुमराह : रितेश

