झामुमो की केंद्र को दो टूक, कहा- चार महीने में हमारे हक-अधिकार नहीं मिले तो होगा भीषण संग्राम

On: July 11, 2025 4:44 PM

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झारखंड वार्ता
रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि अगर चार महीने के भीतर झारखंड के हक और बकाया अधिकारों को नहीं दिया गया, तो याचना नहीं, रण होगा। पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में यह स्पष्ट संकेत दिए कि झारखंड अब अधिकारों के लिए आर-पार की लड़ाई के मूड में है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की मांगें रखी थीं, लेकिन केंद्र की तरफ से अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि झारखंड की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मोदी-भागवत पर तंज: कौन किसे शॉल ओढ़ाएगा?
सुप्रियो भट्टाचार्य ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्र को लेकर तंज कसते हुए कहा, भागवत जी की उम्र 11 सितंबर को 75 और मोदी जी की उम्र 17 सितंबर को 75 वर्ष पूरी हो रही है। आरएसएस की नीति के अनुसार 75 की उम्र में रिटायरमेंट होता है, अब देखना है कि कौन किसे शॉल ओढ़ाकर विदा करेगा।
साथ ही उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को मार्गदर्शक मंडल भेजने, और 80 वर्षीय जीतन राम मांझी को केंद्रीय मंत्री बनाने पर भी भाजपा और आरएसएस की दोहरी नीतियों पर सवाल उठाया।
रघुवर दास को आदिवासी मुद्दों पर बोलने का अधिकार नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा पेसा कानून को लेकर गांव-गांव चलाए जा रहे कार्यक्रमों पर भी सुप्रियो ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, रघुवर दास को आदिवासी मुद्दों पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उनकी सभाओं में भीड़ भी नहीं जुट रही है, और वे सिर्फ डुगडुगी बजा रहे हैं।
शिबू सोरेन की सेहत में सुधार
प्रेस वार्ता के दौरान सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि झामुमो के संरक्षक और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन अब खतरे से बाहर हैं। उन्होंने कहा, गुरुजी पूरी तरह स्वस्थ तो नहीं हुए हैं, लेकिन चिकित्सकों की निगरानी में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।