झारखंड वार्ता
मंझिआंव (गढ़वा)। झारखंड सरकार द्वारा आम लोगों एवं गरीबों को सस्ती दर पर बालू उपलब्ध कराने के उद्देश्य से टेंडर प्रक्रिया के तहत जेएसएमडीसी को बालू घाट सौंपा गया था। लेकिन वर्तमान स्थिति सरकार की मंशा के बिल्कुल उलट है। मंझिआंव प्रखंड के बकोइया बालू भंडारण स्थल पर बालू माफियाओं का कब्जा हो गया है। आलम यह है कि जहां सरकारी चालान के अनुसार 200 सीएफटी बालू का मूल्य 1500 रुपये तय है, वहीं जरूरतमंदों को यह बालू 9000 रुपये प्रति टीपर बेचा जा रहा है।
गरीबों की पहुंच से बाहर हुआ बालू
ग्रामीणों का कहना है कि इस ऊंची दर पर बालू खरीदना गरीब व आम लोगों के लिए तो संभव ही नहीं है। बालू माफिया पूंजीपतियों को बालू उपलब्ध करा रहे हैं और बड़े-बड़े हाइवा के माध्यम से इसे अन्य राज्यों तक भेजा जा रहा है। इसके बावजूद प्रखंड से लेकर जिला प्रशासन तक मौन साधे हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह प्रशासनिक उदासीनता और मिलीभगत का परिणाम है।
