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केसीआर ने बेटी के. कविता को पार्टी से निलंबित किया, कालेश्वरम घोटाले की CBI जांच की घोषणा के बाद एक्शन

On: September 2, 2025 3:09 PM
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हैदराबाद। तेलंगाना राष्ट्र समिति (बीआरएस) में आंतरिक कलह खुलकर सामने आ गई है। पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने अपनी ही बेटी और विधान परिषद सदस्य के. कविता को पार्टी से निलंबित कर दिया है। सोमवार को हुई इस कार्रवाई ने बीआरएस की राजनीति में भूचाल ला दिया है।

परिवार में फूटा विवाद

कविता ने हाल ही में कालेश्वरम लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट (केएलआईपी) में कथित अनियमितताओं के लिए अपने चाचा और वरिष्ठ नेता टी. हरिश राव तथा पूर्व राज्यसभा सांसद जे. संतोष कुमार पर सीधे आरोप लगाए थे। कविता के मुताबिक, सिंचाई मंत्री रहते हुए हरिश राव ने प्रोजेक्ट में गड़बड़ियों को बढ़ावा दिया और कुछ करीबी लोगों ने केसीआर के नाम पर संपत्ति बनाई।

उन्होंने सवाल उठाया – “मेरे पिता की छवि पर दाग क्यों लगाया गया? असल में दोषी कुछ लोग हैं, जिन्होंने उनका नाम ढाल बनाकर फायदा उठाया।”

कांग्रेस सरकार की सीबीआई जांच का असर

यह विवाद उस समय सामने आया जब मौजूदा मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कालेश्वरम प्रोजेक्ट की अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंपने का ऐलान किया। यह प्रोजेक्ट दुनिया का सबसे बड़ा लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम माना जाता है, जिस पर 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है। इसकी डिजाइन और गुणवत्ता को लेकर लंबे समय से सवाल उठते रहे हैं।

कविता का कहना है कि – “सीबीआई जांच में मेरे पिता निर्दोष साबित होंगे। मगर कुछ लोग अंदरखाने कांग्रेस के साथ मिलकर बीआरएस की छवि खराब कर रहे हैं।”

बीआरएस में सियासी हलचल

कविता के आरोपों से बीआरएस में गहरी दरार साफ हो गई है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और उनके भाई के.टी. रामाराव ने इस पर अब तक चुप्पी साध रखी है। वहीं, हरिश राव ने सभी आरोपों को झूठ और अफवाह करार दिया है।

पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति ने आपात बैठक कर कविता को निलंबित करने का निर्णय लिया। प्रवक्ता के अनुसार, “कविता के बयान से पार्टी की साख को नुकसान पहुंच रहा था। जांच पूरी होने तक अनुशासन बनाए रखने के लिए यह कदम उठाना जरूरी था।”

कविता का पलटवार और विपक्ष का हमला

निलंबन के बाद कविता ने प्रतिक्रिया दी – “यह मेरी लड़ाई है। मैं निर्दोष हूं और अपनी बात साबित करूंगी।” उनके समर्थक इसे परिवार के भीतर दबाव की राजनीति बता रहे हैं।

दूसरी ओर, कांग्रेस और बीजेपी ने बीआरएस में टूट को परिवारवाद का अंत बताते हुए तंज कसा है। विपक्ष का कहना है कि कालेश्वरम प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार के आरोपों ने अब बीआरएस की एकजुटता की पोल खोल दी है।

2023 की हार के बाद नया झटका

2023 विधानसभा चुनाव में हार झेलने के बाद बीआरएस लगातार पुनर्गठन की कोशिश में लगी थी। ऐसे में यह विवाद पार्टी के लिए बड़ा झटका है। विश्लेषकों का मानना है कि इस घटना ने बीआरएस की राजनीतिक भविष्य और परिवार की एकजुटता दोनों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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