Kiribati Becomes First Country To Enter New Year 2026: नए साल 2026 का आगाज सबसे पहले प्रशांत महासागर में बसे छोटे से द्वीपीय देश किरिबाती (Kiribati) में हो चुका है। अपनी विशिष्ट भौगोलिक स्थिति के कारण किरिबाती दुनिया का पहला देश माना जाता है, जहां हर साल सबसे पहले नया साल दस्तक देता है। खास तौर पर किरिबाती का किरीटीमाटी (Christmas Island) द्वीप नववर्ष स्वागत के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।
दरअसल, किरिबाती UTC+14 टाइम जोन में स्थित है, जो कि विश्व का सबसे आगे चलने वाला समय क्षेत्र है। जैसे ही यहां घड़ी ने 12 बजाए और 1 जनवरी 2026 की शुरुआत हुई, उस वक्त दुनिया के अधिकांश हिस्सों में लोग अभी भी 31 दिसंबर 2025 में ही थे।
भारतीय समय के अनुसार दोपहर करीब 3:30 बजे किरीटीमाटी द्वीप पर रात के 12 बज चुके थे और नए साल का जश्न शुरू हो गया।
भारत से पहले 41 देश मनाते हैं नया साल
भौगोलिक समय अंतर के कारण दुनिया के लगभग 41 देश ऐसे हैं, जो भारत से पहले नववर्ष का स्वागत करते हैं। किरिबाती के बाद नए साल की खुशियां क्रमशः न्यूजीलैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया पहुंचती हैं। इसके बाद जैसे-जैसे समय क्षेत्र पश्चिम की ओर बढ़ता है, एशिया, यूरोप, अफ्रीका और फिर अमेरिका के देशों में रात के 12 बजते जाते हैं और पूरी दुनिया नए साल के जश्न में डूबती चली जाती है।
सबसे आखिर में कहां मनाया जाता है नया साल?
जहां किरिबाती में सबसे पहले नया साल आता है, वहीं दुनिया में सबसे आखिर में नववर्ष का स्वागत अमेरिका के हाउलैंड आइलैंड और बेकर आइलैंड में किया जाता है। ये दोनों द्वीप UTC-12 टाइम जोन में आते हैं। जब यहां नए साल की शुरुआत होती है, तब दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में नया साल मनाए कई घंटे बीत चुके होते हैं।
इस तरह समय क्षेत्रों के इस अनोखे अंतर के चलते नया साल धरती पर करीब 26 घंटे तक चलता हुआ महसूस होता है, और अलग-अलग देशों में अलग-अलग अंदाज में जश्न मनाया जाता है।













