कोडरमा: जिले में अवैध शराब कारोबार से जुड़ी एक बड़ी सनसनीखेज घटना सामने आई है। तिलैया डैम ओपी क्षेत्र के कांटी-बड़कीधमराय में छापामारी कर लौट रही उत्पाद विभाग की टीम पर देर शाम ग्रामीणों और शराब तस्करों के एक समूह ने हमला कर दिया। इस दौरान विभाग की गाड़ी में तोड़फोड़ की गई, कर्मियों के साथ मारपीट हुई और गिरफ्तार तीन महुआ शराब तस्करों को बलपूर्वक छुड़ा लिया गया। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
छापामारी के बाद लौट रही थी टीम
जानकारी के अनुसार, उत्पाद विभाग की टीम सोमवार शाम अवैध महुआ शराब के खिलाफ अभियान चलाकर कांटी-बड़कीधमराय गांव पहुंची थी। इस दौरान टीम ने तीन लोगों- अनिल महतो, धनुकी महतो और एक अन्य व्यक्ति को 20 लीटर बीयर और 40 लीटर महुआ शराब के साथ गिरफ्तार किया था। जब्त शराब और आरोपियों को लेकर टीम तिलैया से बिजयागुड़ियो की ओर लौट रही थी।
गलत रास्ते में पहुंचते ही हमला
उत्पाद विभाग के एसआई शिवसागर महतो ने बताया कि टीम रास्ता भटककर तिलैयाबस्ती की ओर निकल गई। इसी बीच गांव के कुछ लोगों ने दूसरे गांवों में गलत जानकारी फैला दी कि ट्रैक्टर और बालू चोर इलाके में घूम रहे हैं। सूचना मिलते ही तिलैयाबस्ती, बेला, भंडरो और अरगइयो गांव के ग्रामीण जमा हो गए और टीम की गाड़ी पर ईंट-पत्थर से हमला बोल दिया। जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने कई पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की और उनकी वर्दी तक फाड़ डाली। मुश्किल हालात के बीच उत्पाद विभाग की टीम किसी तरह जान बचाकर मौके से निकलने में सफल रही।
टायर ब्लास्ट होते ही बढ़ा हमला
इसी दौरान बिजयागुड़ियो के पास विभागीय वाहन का टायर ब्लास्ट हो गया। मौके का फायदा उठाते हुए करीब 60–70 बाइक सवार हमलावर पहुंचे और टीम पर हमला कर दिया। उन्होंने जब्ती सूची फाड़ दी, गाड़ी को क्षतिग्रस्त किया और गिरफ्तार तीनों शराब तस्करों को बलपूर्वक छुड़ाकर ले भागे। इतना ही नहीं, जब्त शराब भी लूटकर फरार हो गए।
कर्मी घायल, पुलिस जांच में जुटी
हमले में उत्पाद विभाग के कई कर्मी घायल हुए हैं। विभाग की ओर से स्थानीय थाना में आवेदन तैयार किया जा रहा है। पुलिस ने घटना की पुष्टि की है और बताया कि पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि, घटना में शामिल किसी भी आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
यह घटना एक बार फिर सवाल खड़ा करती है कि अवैध शराब कारोबार किस तरह प्रशासनिक टीमों के लिए चुनौती बनता जा रहा है और किस तरह संगठित तरीके से ऐसे गिरोह कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं।














