सिल्ली :- मुरी और सिल्ली में शरद पूर्णिमा के मौके पर सोमवार को कोजागरी लखी पूजा की धूम रही। इस अवसर पर दुर्गा पंडालों में लखी पूजा का आयोजन किया गया, जहां पुरोहितों के मंत्र उच्चारण के साथ महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। नए धान की बाली का प्रयोग कर पूजा करने का विशेष महत्व है, जो इस दिन को और भी पवित्र बनाता है।

पूजा के बाद नियम अनुसार खीर प्रसाद वितरण किया गया, इस खीर को प्रसाद के रूप में ग्रहण करने से आरोग्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
लखी पूजा का आयोजन न केवल मुरी और सिल्ली में बल्कि निकटवर्ती राज्य पश्चिम बंगाल में भी काफी श्रद्धा से मनाया गया। इस दिन महिलाएं अपने घरों के सामने अल्पाना बनाती हैं, जो देवी लक्ष्मी के चरणों का प्रतिनिधित्व करती है। लखी पूजा के दौरान देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि और वैभव की कामना की जाती है।







