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रांची: शराब घोटाले को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी ने अब उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व आयुक्त उत्पाद आईएएस अमित प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है। वे आयुक्त उत्पाद के साथ-साथ झारखंड राज्य विबरेजेज कारपोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) के पूर्व महाप्रबंधक भी थे। आईएएस अमित प्रकाश 31 दिसंबर 2024 को सेवानिवृत्त हुए थे। एसीबी ने उन्हें मंगलवार की देर शाम एसीबी की विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

इस घोटाले की जांच में करीब 100 करोड़ रुपये से ज्यादा के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। इससे पहले भी निलंबित आईएएस विनय कुमार चौबे समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। विनय कुमार चौबे पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए शराब की नीति में बदलाव करवाया। इससे सरकार को भारी नुकसान हुआ। इसके अलावा, गजेंद्र सिंह जैसे अन्य अधिकारियों और कुछ कारोबारियों पर भी शक है। जांच में सामने आया है कि फर्जी बैंक गारंटी और गलत तरीके से ठेके देकर करोड़ों रुपये का गबन किया गया। अब अमित प्रकाश की गिरफ्तारी ने इस मामले में नया मोड़ ला दिया है। बताया जा रहा है कि वो भी इस साजिश में शामिल थे और शराब के कारोबार में गड़बड़ी करने वालों को फायदा पहुंचाया। एसीबी की टीम लगातार इस केस की परतें खोल रही है।

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