Loksabha Election 2024:- लोकसभा चुनाव की घोषणा अगले सप्ताह तक हो सकती है। इसे लेकर बीजेपी ने 192 तो कांग्रेस ने 39 सीटों के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। चुनाव को लेकर झारखंड में हलचल तेज हो गई है। सभी पार्टियां पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में उतरने की कवायद में जुटी है। हालांकि कांग्रेस ने अभी अपना फोकस दक्षिण के राज्यों पर ही रखा है, इसलिए झारखंड के सीटों पर उम्मीदवार नहीं दिया है। परंतु बीजेपी ने झारखंड की 14 में से 11 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। बीजेपी ने जिन तीन सीटों को होल्ड पर रखा है, उनमें धनबाद, गिरिडीह और चतरा हैं। चतरा लोकसभा सीट से बीजेपी गिरिनाथ सिंह को प्रत्याशी बना सकती है। गिरिनाथ सिंह राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और गढ़वा से चार बार विधायक रह चुके हैं। भाजपा नेताओं से संपर्क रखने की खबरों और उसका खंडन नहीं करने पर राजद ने उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया था। जिसके बाद गिरिनाथ सिंह ने 25 मार्च 2019 को राजद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद दिल्ली में तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में गिरिनाथ भाजपा में शामिल हो गए। गिरिनाथ सिंह को अब लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा से चतरा संसदीय क्षेत्र का टिकट मिल सकता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रस्तावित दौरे पर 14 मार्च को चतरा आ सकते हैं।
गिरिनाथ सिंह राजद के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। गिरिनाथ सिंह के पिता गोपीनाथ सिंह का जनसंघ से गहरा रिश्ता रहा था। वे जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे। गढ़वा विधानसभा से जनसंघ के टिकट पर उनके पिता ने 1962 और 1969 में चुनाव जीतकर विधायक बने थे। भाजपा के अस्तित्व में आने के बाद 1985 और 1990 में वे फिर से विधायक बने। गोपीनाथ सिंह के निधन के बाद वर्ष 1993 के उपचुनाव पहली बार गिरिनाथ सिंह जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बने। इसके बाद गिरिनाथ लगातार 1995, 2000 के चुनाव में राजद के प्रत्याशी के रूप में विधायक बने। 1997 में राबड़ी देवी के मंत्रीमंडल में गिरिनाथ पीएचइडी मंत्री भी रह चुके हैं। साल 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में वे चौथीबार विधायक बने। वर्ष 2009 के चुनाव में झाविमो प्रत्याशी सत्येन्द्रनाथ तिवारी ने गिरिनाथ सिंह को हरा दिया। इसके बाद उन्हें राजद का झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। वर्ष 2014 के चुनाव में सत्येंद्रनाथ तिवारी ने एक बार फिर से उन्हें हरा दिया।
पलामू लोकसभा सीट पर दो पूर्व डीजीपी का आमना-सामना होने की संभावना है। वर्तमान में बीजेपी के मौजूदा सांसद पूर्व डीजीपी वीडी राम सांसद हैं। बीजेपी ने वीडी राम पर तीसरी बार दांव लगाया है। इनके खिलाफ महागठबंधन की ओर से एक अन्य पूर्व डीजीपी मैदान में उतर सकते हैं।
धनबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस ददई दुबे को टिकट देकर ब्राम्हण समाज को साधना चाहती है। कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह द्वारा लोकसभा चुनाव लडने से इंकार करने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने ददई दुबे को टिकट देने का मन बनाया है। हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा अभी नही की गई है।
वहीं हजारीबाग लोकसभा सीट से कांग्रेस, पूर्व सांसद यशवंत सिन्हा को मैदान में उतार सकती है। बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद को हजारीबाग सीट से टिकट देने की सिफारिश की गई थी। लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने यशवंत सिन्हा को टिकट देने का फैसला किया है, हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा बाकी है। बताया जा रहा है कि यशवंत सिन्हा हजारीबाग से लोकसभा चुनाव लडने की तैयारी पिछले दो साल से कर रहे हैं।