संवाददाता ꫰ रामप्रवेश गुप्ता
ए. के. एण्ड आर. के. कंपनी के संवेदक की लापरवाही का नतीजा महुआडांड एवं गारू प्रखंड के दर्जनों ग्राम की जनता को भुगतना पड़ रहा है। संवेदक के कार्य के प्रति लापरवाही के कारण महुआडांड प्रखण्ड के ओरसापाठ पंचायत स्थित चिकनीकोना ग्राम टापू में तब्दील हो गया है। वहीं अधुरे में कार्य कर छोड़ दिए जाने के कारण दर्जनो ग्राम के लोगों को आने जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
क्या है मामला, कौन है दोषी ?
गरीब लेबर को भुगतान की जानी वाली राशि भी लेकर ठेकेदार गायब, कई नोटिस के बाद भी लापता है
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत ग्रा. वि. वि.(ग्रा. का. मा.) कार्य प्रमंडल लातेहार के द्वारा ए. के. एण्ड आर. के. कंपनी के संवेदक को दस करोड़ 72 लाख रुपए की लागत से महुआडांड एवं गारू प्रखंड में चार ग्रामीण पथ बनाने का एग्रीमेंट किया गया था। ये कार्य थे दो करोड़ 81 लाख रुपए की लागत से महुआडांड प्रखण्ड स्थित बन्दुआ से गोयरा तक चार किलोमीटर पथ निर्माण, एक करोड़ ग्यारह लाख रुपए की लागत से मेढ़ारी से चिकनीकोना तक कुल लम्बाई 1.6 कि.मी. पीसीसी रोड एवं पुल का निर्माण, तीन करोड़ तीस लाख रुपए की लागत से गारू प्रखंड के बारेसाढ बस स्टैंड से मायापुर तक पथ निर्माण एवं तीन करोड़ पचास लाख रुपए की लागत से गारू प्रखंड के रामसेली मोड़ से नावाटोली पहाड़कोचा तक पथ निर्माण कार्य करने थे। यह योजना वर्ष 2021-22 की योजना है। पर ठीकेदार के कार्य करने की गति इतनी धीमी है कि कार्य एग्रीमेंट किये हुए दो वर्ष होने को हैं परन्तु अभी तक कंही कंही कार्य का दस प्रतिशत भी नही किया है। ऐसे में ठीकेदार के कार्य नही करने का नतीजा इस क्षेत्र के ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है।
गरीब लेबरों का पैसा भी भुगतान नही किया गया है संवेदक के द्वारा
ए. के. एण्ड आर. के. कंपनी के संवेदक के द्वारा सड़क निर्माण कार्य करने वाले गरीब मजदूरों का पैसा का भुगतान भी नही किया गया है। सड़क पथ निर्माण कार्य करने वाले गरीब मजदूर विनय यादव, अलबर्ट बरवा, दया किशोर तिर्की, रेमोन तिर्की, हरिशंकर सिंह, वसमत सिंह, रविन्द्र सिंह, किशोर बरवा, विमल यादव, राकेश्वर यादव, मोहर यादव, रूपेश यादव, कुर्बान अंसारी, खदी सिंह, जितेन्द्र सिंह, रेंगा सिंह आदि मजदूरों ने बताया कि कार्य किये हुए कई महीने बित गये पर ठिकेदार पैसा नही दे रहा है। उनलोगो का बकाया लगभग एक लाख रुपए है। वहीं मजदरी का दर प्रतिदिन 200₹ ही देता था। इससे उनलोगों के समक्ष भुखमरी की स्थिती हो गई है।
क्या कहते हैं ग्रामीण
चिकनीकोना ग्राम के ग्रामीण जय कुमार तुरी, सुरेश महतो, लालदीप महतो, सागर यादव, राजू उरांव आदि ने बताया कि ठेकेदार के द्वारा अधुरे कार्य कर छोड़ दिए जाने के बाद हमारा ग्राम टापू में तब्दील हो गया है। हमे आने जाने में काफी परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने जिले के उपायुक्त से ठिकेदार पर कारवाई करते हुए शीघ्र पथ निर्माण कराने की मांग की है।
कार्य के दरम्यान दर्जनों पेड़ों को काट कर सड़क पर गिरा दिया गया है संवेदक के द्वारा
महुआडांड प्रखण्ड स्थित बन्दुआ से गोयरा तक चार किलोमीटर पथ निर्माण के दरम्यान संवेदक के द्वारा इस पथ के किनारे किनारे लगे दर्जनों पेड़ों की अवैध रूप से कटाई कर गिरा दिया गया है। जिससे एक और पर्यावरण पर दूषित प्रभाव पड़ रहा है, वही ग्रामीणों मे भी आक्रोश व्याप्त है।
क्या कहते हैं आरईओ विभाग के कार्यपालक अभियन्ता?
इस संबंध मे पुछने पर आरईओ विभाग के कार्यपालक अभियन्ता ओमप्रकाश बड़ाईक ने बताया कि वे खुद भी ए. के. एण्ड आर. के. कंपनी के संवेदक की कार्यप्रणाली से परेशान हैं। कार्य करने को लेकर विभाग के द्वारा पूर्व में संवेदक को दो-दो बार नोटिस दिया जा चुका है पर संवेदक के द्वारा कोई रिप्लाई नही दी जा रही है। वे शीघ्र ही विभाग को कार्य बंद करने को लेकर अनुशंसित पत्र भेजने वाले है। साथ ही ठेकेदार को भी काली सूची मे डालने के लिए पत्र प्रेषित करंगे।
वहीं इस संबंध मे संवेदक का पक्ष जानने के लिए फोन पर संपर्क स्थापित करने की कोशिश की गई पर फोन रिसीव नही करने के कारण उनसे बात नही हो पाई।