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गजवा-ए-हिंद आतंकी माड्यूल पर NIA की बड़ी कार्रवाई, कई राज्यों में छापेमारी, आपत्तिजनक चीजें बरामद

On: November 27, 2023 7:51 AM
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झारखंड वार्ता

Raid on Terror Module:- राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तान समर्थित गजवा-ए-हिंद मॉड्यूल मामले में रविवार को कई राज्यों में छापेमारी की। एजेंसी ने दावा किया कि उसने इस दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं। छापेमारी में उन संदिग्धों के पाकिस्तानी आकाओं के साथ संबंधों का भी पता चला है, जिनके परिसरों की तलाशी ली गई। एनआईए ने कहा कि ये संदिग्ध अपने संचालकों के संपर्क में थे और भारत विरोधी विचार का प्रचार करने में शामिल थे।

एजेंसी ने कहा कि उसने मध्य प्रदेश के देवास, गुजरात के गिर सोमनाथ, उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और केरल के कोझिकोड जिले में संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की। एनआईए ने कहा, कार्रवाई के दौरान उसने आपत्तिजनक डॉक्यूमेंट्स, मोबाइल फोन और सिम कार्ड के अलावा कई दस्तावेज भी जब्त किए। पिछले साल 14 जुलाई को बिहार के पटना जिले में फुलवारी शरीफ पुलिस ने मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर की गिरफ्तारी की थी। इसके बाद हुई कार्रवाई में मामला दर्ज किया गया था। दानिश के पास बरामद मोबाइल के व्हाट्सएप ग्रुप ‘गजवा-ए-हिंद’ नाम का ग्रुप था, जिसका वो एडमिन था। इस ग्रुप को जैन नाम के एक पाकिस्तानी ने बनाया था। आरोपी मरगूब ने भारत के साथ-साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश और यमन सहित अन्य देशों के कई लोगों को ग्रुप में जोड़ा था, जो टेलीग्राम और बीआईपी मैसेंजर जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी सक्रिय थे।

जांच के अनुसार, एनआईए ने कहा, मरगूब भारत भर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्लीपर सेल जुटाने के एक गुप्त उद्देश्य से समूह के सदस्यों को प्रेरित करने की कोशिश कर रहा था। एजेंसी ने कहा कि आरोपी ने ‘बीडीगजवा ए हिंदबीडी’ के नाम से एक और व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था, जिसमें उसने बांग्लादेशी नागरिकों को जोड़ा था। एनआईए पिछले साल 22 जुलाई से मामले की जांच कर रही है, जब उसने जांच अपने हाथ में ली थी। एजेंसी ने इस साल 6 जनवरी को आरोपी मरगूब अहमद दानिश के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की विभिन्न धाराओं के तहत चार्जशीट दायर किया था।

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

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