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सगाई के दिन मामा ने भांजी पर फेंका तेजाब, पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार

On: September 2, 2025 10:35 AM
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भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले से एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। औराई थाना क्षेत्र के बारी गाँव में एक युवक ने अपनी ही भांजी की सगाई के दौरान उस पर तेजाब फेंक दिया। आरोपी युवक पीड़िता का सगा मामा है और पुलिस ने उसे मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है।

सगाई की रस्म बनी खौफनाक याद

शनिवार शाम गांव में 19 वर्षीय युवती की छेकाई (रोका) की रस्म हो रही थी। घर में खुशियों का माहौल था। इसी दौरान युवती का मामा मुकेश अचानक वहां पहुंचा। बताया जा रहा है कि मुकेश अपनी भांजी से एकतरफा प्यार करता था और उसकी शादी की बात से नाराज़ था। गुस्से में उसने कमरे की खिड़की से युवती के चेहरे और हाथ पर तेजाब फेंक दिया।

तेजाब पड़ते ही युवती चीख उठी और समारोह में अफरा-तफरी मच गई। परिवार ने आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद युवती को घर भेज दिया गया है।

आरोपी का एनकाउंटर और गिरफ्तारी

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक के निर्देश पर टीम गठित की गई। आरोपी को सहसेपुर में रेलवे ट्रैक के पास घेर लिया गया। पुलिस को देखते ही मुकेश ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसके पैर में गोली मारी और उसे पकड़ लिया।

पुलिस ने मौके से एक पिस्तौल भी बरामद की है। फिलहाल आरोपी का इलाज पुलिस सुरक्षा में कराया जा रहा है और आगे की पूछताछ जारी है।

आरोपी की पुरानी करतूतें

जांच में पता चला है कि मुकेश शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता है। तीन महीने पहले भी उसने गाँव में अराजकता फैलाने जैसी हरकतें की थीं। उस समय ग्रामीणों ने उसकी पिटाई की थी और उसने भविष्य में ऐसी हरकत न करने का वादा किया था। लेकिन इसके बावजूद उसने अपनी भांजी की जिंदगी तबाह करने जैसा यह जघन्य अपराध कर डाला।

पुलिस की सख्ती

पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने कहा कि आरोपी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने तेजाब हमले और हत्या की कोशिश समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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कानपुर का “I Love Mohammad” विवाद : पोस्टर से भड़की बड़ी बहस
कानपुर शहर हाल ही में एक पोस्टर विवाद की वजह से सुर्खियों में आ गया। मामला तब शुरू हुआ जब शहर के एक इलाके में बिना अनुमति “I Love Mohammad” लिखे बैनर और पोस्टर लगाए गए। यह पोस्टर कुछ ही समय में चर्चा का विषय बन गए और कई लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़कर आपत्ति जताई। विरोध बढ़ने पर पुलिस ने बैनर हटवाया और मामले की जांच शुरू की।
प्रशासन का कहना है कि यह विवाद असल में “बिना अनुमति बैनर लगाने” का है, लेकिन इसे धर्म से जोड़कर फैलाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की अफवाह या नफरत फैलाने वाले काम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और शांति व्यवस्था बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
यह विवाद कानपुर तक सीमित नहीं रहा। धीरे-धीरे इसकी आंच उन्नाव, बरेली और यहां तक कि उत्तराखंड तक पहुंच गई। वाराणसी में साधु-संतों ने इसका जवाब “I Love Mahadev” पोस्टर लगाकर दिया। इस तरह मामला एक “पोस्टर वार” में बदल गया, जिससे समाज में तनाव की स्थिति पैदा होने लगी।
मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने पुलिस प्रशासन से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की भड़काऊ गतिविधि को रोकने की अपील की। वहीं, कुछ सामाजिक संगठनों ने भी कहा कि धार्मिक आस्था का सम्मान होना चाहिए और ऐसे विवादों को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए।
यह पूरा घटनाक्रम इस बात का संकेत है कि छोटे-छोटे मुद्दे भी अगर सही समय पर नियंत्रित न किए जाएं तो वे बड़े विवाद का रूप ले सकते हैं। समाज को चाहिए कि आपसी भाईचारे और सद्भाव को बनाए रखते हुए ऐसे मामलों से दूरी बनाए।

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