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पाकुड़: झारखंड के पाकुड़ जिले में अवैध क्लिनिकों का संचालन जोरो पर हो रहा है। जिला मुख्यालय में ही दर्जनों अवैध क्लिनिक संचालित हैं। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी अवैध क्लिनिकों का कारोबार चरम पर है। फर्जी चिकित्सक धड़ल्ले से अपने क्लिनिकों के सामने गाइनो विशेषज्ञ, जेनरल फिजीशियन, शिशुरोग विशेषज्ञ आदि लिखे बोर्ड लगाकर मरीजों को भ्रम में डाल आर्थिक दोहन कर रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ऐसे अवैध क्लिनिक संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई के नाम पर गहरी नींद में सोए हुए है। ये झोलाछाप डॉक्टर क्लिनिक खोलकर खुलेआम अपनी दुकानदारी चला रहे हैं। लेकिन इस पर या तो स्वास्थ्य महकमा की नजर नही पड़ी है,या फिर स्वास्थ्य विभाग सबकुछ जानकर भी अनजान बने हुए है। पूरे जिले में मनमाने तरीके से झोलाछाप डॉक्टरों के गलत इलाज के कारण लोगों में कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिलती रहती है। लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी कमी देखी जा रही है। छोटी-छोटी बीमारियां जो सामान्य दवाइयों से ठीक हो जाती थीं अब गंभीर बीमारी बनती जा रही है। इसका प्रमुख कारण है अप्रशिक्षित झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा बिना किसी मापदंड के दवाइयों का डोज निर्धारित कर रोगियों को उपलब्ध कराना। इसलिए सिविल सर्जन पाकुड़ को इन झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है।