मेराल (गढ़वा): एस.जी.एन. मॉडर्न किंडर गार्टन, मेराल में हिंदी दिवस एवं प्रभात संगीत दिवस की पूर्व संध्या पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक व छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभात संगीत के रचयिता श्री श्री आनंदमूर्ति जी उर्फ प्रभात रंजन सरकार की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि देने से हुआ।

विद्यालय के निदेशक सह आनंद मार्ग प्रचारक संघ के भुक्ति प्रधान धर्मेंद्र देव ने संबोधित करते हुए बताया कि प्रभात संगीत, आनंद मार्ग के प्रवर्तक श्री प्रभात रंजन सरकार द्वारा प्रणीत 5018 गीतों का संकलन है। इसमें भक्ति, आध्यात्मिक, जागृति, प्रकृति, सौंदर्य, सामाजिक अभ्युदय, लोक जीवन और बालमन जैसे विविध विषयों पर आधारित गीत शामिल हैं। यह संग्रह संस्कृति और संगीत के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करता है।

धर्मेंद्र देव ने कहा कि हिंदी हमारे देशवासियों की आत्मा है। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को भारत गणराज्य की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। हिंदी दिवस न केवल भाषा के सम्मान और प्रचार-प्रसार का प्रतीक है, बल्कि यह राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने और मातृभाषा के प्रति गर्व का भाव जगाने का अवसर भी है। आज हिंदी विश्व की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है।
इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षकगण – राहुल कुमार, पूजा कुमारी, सिमरन कुमारी, करण कुमार कौशल, रामाशीष राम, संजय ठाकुर, संजय कुमार गुप्ता, दुर्गेश राम सहित सभी छात्र-छात्राएं मौजूद थे।