Jharkhand Weather: चक्रवाती तूफान मोंथा का प्रभाव झारखंड में साफ दिखने लगा है। बुधवार को राजधानी रांची सहित कई जिलों में पूरे दिन रुक-रुक कर रिमझिम से लेकर मध्यम बारिश होती रही। मौसम के इस बदलाव ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि खेतों में खड़ी धान की फसलें बारिश और तेज हवा के कारण गिरकर पानी में डूबने लगी हैं। कई क्षेत्रों में धान पूरी तरह लुढ़क गया है, जिससे भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
वहीं, खराब मौसम का असर हवाई सेवाओं पर भी दिखा। रांची आने वाली करीब आधा दर्जन उड़ानें देर से पहुंचीं, जिसके कारण यात्रियों को इंतजार करना पड़ा और एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल रहा।
तूफान किस ओर बढ़ रहा है
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात मोंथा आंध्र प्रदेश के तट से टकराने के बाद अब छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से झारखंड के कई जिलों- पलामू, गढ़वा, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, खूंटी, रांची, रामगढ़, गिरिडीह, धनबाद, बोकारो, कोडरमा और हजारीबाग में गुरुवार को भारी बारिश और तेज हवा चलने की संभावना है। 31 अक्टूबर तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है और इसके बाद तूफान कमजोर पड़ने की उम्मीद है।
प्रशासन सतर्क, नागरिकों को निर्देश
• रांची जिला प्रशासन ने लोगों को सावधान रहने की अपील की है।
• नदी-नालों और जलभराव वाले इलाकों से दूर रहने को कहा गया है
• वज्रपात की संभावना को देखते हुए खुले स्थान, बड़े पेड़ और बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह
• तेज हवा की स्थिति में सुरक्षित भवन में शरण लेने का सुझाव
पिछले 24 घंटों में राज्य में कई जगहों पर उल्लेखनीय बारिश दर्ज की गई:
खूंटी: 48.0 मिमी (सबसे अधिक)
पूर्वी सिंहभूम: 42.4 मिमी
रांची: 25.0 मिमी
सरायकेला-खरसावां: 22.8 मिमी
धनबाद: 17–14.2 मिमी
गुमला: 16.5 मिमी
बोकारो: 14.0 मिमी
नाला: 14.4 मिमी
मौसम विभाग और कृषि विशेषज्ञ किसानों को अभी खेतों में जाने से बचने और फसल की सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दे रहे हैं।
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