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नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर को लेकर तीन सेनाओं के डीजी ऑपरेशन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सैन्य कार्रवाई के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

डीजीएमओ राजीव घई ने बताया कि 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया और 100 से ज्यादा आतंकी ढेर हुए हैं। इसमें कंधार हाईजैक और पुलावामा अटैक में शामिल यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक और मुदस्सिर अहमद जैसे आतंकी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सेना के 35-40 जवान और अफसर मारे गए। साथ ही इंडियन एयर स्ट्राइक के नए वीडियो भी जारी किए गए।

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि कुछ एयर फील्ड और डंपों पर हवा से लगातार हमले हुए, लेकिन सभी को विफल कर दिया गया। पाकिस्तानी सेना ने बताया कि 7 से 10 मई के बीच नियंत्रण रेखा पर तोपखाने और छोटे हथियारों से गोलीबारी में उसके लगभग 35 से 40 जवान मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ जो 3 दिनों तक तनाव रहा, वो किसी युद्ध से कम नहीं था। हमारे सभी पायलट सुरक्षित वापस लौट आए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारे 5 जवान शहीद हुए।

उन्होंने बताया कि इसके तुरंत बाद पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा का भी उल्लंघन किया गया और हमारे दुश्मन की अनिश्चित और घबराई हुई प्रतिक्रिया नागरिकों, आबादी गांवों और गुरुद्वारों जैसे धार्मिक स्थलों की संख्या से स्पष्ट थी, जो दुर्भाग्य से उनके हमले में मारे गए, जिससे कई लोगों की दुखद मृत्यु हुई। भारतीय वायु सेना ने इन हमलों में इनमें से कुछ कैंपों पर हमला करके एक प्रमुख भूमिका निभाई और भारतीय नौसेना ने सटीक हथियारों के मामले में साधन उपलब्ध कराए। भारतीय वायु सेना के पास आसमान में मौजूद हथियार थे।

डीजी एयर ऑपरेशन एयर मार्शल ए के भारती ने बताया कि आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक में एयर टू सर्फेस गाइडेड एम्युनिशन का इस्तेमाल किया गया ताकि कोलेटरल डैमेज ना हो। एयरफोर्स ने मुरीदके और बहावलपुर में आतंकी ट्रेनिंग कैंप को सटीक निशाना बनाया। स्ट्राइक का मकसद अचीव हुआ। बहावलपुर में हाई वैल्यू टारगेट था। हमने प्रिसिजन स्ट्राइक की।’पाकिस्तान ने कई बार किया ड्रोन अटैक’एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा, ‘8/9 मई की रात को बड़ी संख्या में अलग अलग वेब में ड्रोन आए। हमारा एयर डिफेंस पूरी तरह तैयार था। 7 की और 8 की रात को फर्क ये था कि 7 मई को ज्यादा ड्रोन थे पर 8 को ज्यादा कॉडकॉप्टर भी थे। ये जासूसी के लिए हो सकते थे और सिविलियंस को निशाना बनाने को लिए। हमने जवाब में फिर पाकिस्तान के मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद 9-10 मई की रात को पाकिस्तान ने सीमाओं के पार हमारे हवाई क्षेत्र में ड्रोन और विमान उड़ाए और कई सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के बड़े पैमाने पर असफल प्रयास किए।’

उन्होंने कहा, ‘हमने पाकिस्तान के एयर बेस, कमांड सेंटर, एयर डिफेंस सिस्टम को पूरे बॉर्डर पर निशाना बनाया। हमारे पास उनके हर बेस को हर सिस्टम को टारगेट करने की क्षमता है। बस उन्हें सद्बुद्धि आए इसलिए हमने संतुलित एयर स्ट्राइक की।’

DG NO वाइस एडमिरल ए ए प्रमोद ने बताया पहलगाम आतंकी हमले के बाद नेवी ने अपने एसेस्ट्स डिप्लॉय कर दिए थे। हमने अपनी ऑपरेशनल रेडिनोस के लिए समंदर में टेस्ट भी किए। नेवी ने पाकिस्तान की नेवी को डिफेंसिव पॉश्चर में रहने को मजबूर किया। वह पूरे टाइम अपने हार्बर में रहे। उन्होंने बताया कि 10 मई की सुबह पाकिस्तान के DGMO से हॉटलाइन पर मैसेज आया। उन्होंने बात करने के लिए पूछा, हमने तय किया है बात करेंगे। दोपहर 3.35 पर हमारी बात हुई, शाम 5 बजे से सीजफायर के लिए राजी हुए। जो समझौता हुआ है उस पर हमने फिर 12 मई को बात करने का तय किया है। लेकिन पाकिस्तान आर्मी ने कुछ ही घंटे में समझौते का उल्लंघन किया, जिसका जवाब दिया गया। सीडीएस ने पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई करने के लिए सेना को खुली छूट दी है।