मध्य प्रदेश:कटनी जिले के कैमोर थाना क्षेत्र में बजरंग दल के युवा नेता एवं भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के मंडल अध्यक्ष निलेश उर्फ नीलू रजक की गोली मारकर हत्या करने के आरोपियों का पुलिस ने एनकाउंटर किया।आरोपियों की तरफ से हुई फायरिंग के जवाब में पुलिस की ओर से चार राउंड फायरिंग की गई. इसमें गोली आरोपियों के पैर में लगी.
घायल अवस्था में दोनों आरोपियों को इलाज के लिए जबलपुर लाया गया है.
बता दें कि कटनी जिले के कैमोर थाना क्षेत्र में बजरंग दल के युवा नेता एवं भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के मंडल अध्यक्ष निलेश उर्फ नीलू रजक की अकरम खान और प्रिंस जोसेफ ने दिनदहाड़े हत्या कर दी थी. इसके बाद पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी. बुधवार देर रात पुलिस और आरोपियों के बीच कजरवारा क्षेत्र में मुठभेड़ हुई.
पुलिस अधीक्षक अभिनव विश्वकर्मा के निर्देशन में गठित टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी की थी. इसी दौरान आरोपियों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं, जिससे दोनों आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें गिरफ्तार कर जबलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया ने बताया कि मुठभेड़ कजरवारा क्षेत्र में हुई. पुलिस को देखते ही आरोपियों ने गोलियां चलाना शुरू कर दीं. आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें दोनों अपराधी घायल हुए. दोनों को पुलिस हिरासत में लेकर इलाज के लिए भेजा गया है.
नकाबपोश बदमाशों ने की थी हत्या
मंगलवार सुबह करीब 11 बजे कैमोर थाने से महज 700 मीटर की दूरी पर बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने नीलू रजक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बाइक सवार दो नकाबपोश हमलावरों ने नजदीक से उनके सीने में गोली दाग दी और फरार हो गए. नीलू रजक को तुरंत विजयराघवगढ़ अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
घटना के बाद पूरे कैमोर क्षेत्र में भारी आक्रोश फैल गया. स्थानीय लोगों ने बाजार बंद कराते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. तनावपूर्ण हालात को देखते हुए पुलिस बल की भारी तैनाती की गई. एसपी ने लापरवाही बरतने पर कैमोर थाना प्रभारी अरविंद चौबे और प्रधान आरक्षक प्रेमशंकर पटेल को लाइन अटैच कर दिया.
आरोपी के पिता ने की आत्महत्या
हत्या के बाद प्रिंस जोसेफ के पिता ने आत्महत्या कर ली, जबकि उसकी मां ने जहर खाकर जान देने का प्रयास किया. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. इस घटना के बाद आईजी प्रमोद वर्मा और डीआईजी अतुल सिंह ने कैमोर पहुंचकर हालात की समीक्षा की. डीआईजी के नेतृत्व में फ्लैग मार्च भी निकाला गया ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे.
नीलू रजक पिछले 18 वर्षों से भाजपा से जुड़े थे और 2023-24 में उन्हें पिछड़ा वर्ग मोर्चा का मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. वे विधायक एवं पूर्व राज्य मंत्री संजय पाठक के करीबी थे. घटना की जानकारी मिलते ही संजय पाठक चुनाव प्रचार बीच में छोड़कर कैमोर पहुंचे. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने भी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और कटनी प्रशासन से बात कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हत्या की वजह निलेश रजक द्वारा आरोपियों की छेड़छाड़ जैसी गतिविधियों का विरोध करना था. करीब एक माह पहले आरोपी अकरम खान ने टीआई के सामने नीलू रजक को गोली मारने की धमकी दी थी, लेकिन तब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इस लापरवाही को लेकर अब विभागीय जांच भी शुरू की गई है. घटना के बाद पूरे कैमोर और आसपास के इलाकों में शांति बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात है. वरिष्ठ अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.












