100 से अधिक लोगों की हत्या कर मगरमच्छों को खिलाया, ऐसे पुलिस के हत्थे चढ़ा ‘डॉक्टर डेथ’

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Doctor Death Arrested: देश के सबसे कुख्यात सीरियल किलर और डॉक्टर डेथ के नाम से कुख्यात आरोपी डॉ. देवेंद्र शर्मा को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के दौसा जिले से गिरफ्तार कर लिया है। जो कि एक आश्रम में फर्जी पुजारी बनकर रह रहा था। उसने 100 से ज्यादा लोगों की नृशंस हत्या की थी और फिर उनकी लाश मगरमच्छों को खिला देता था।
कुख्यात डॉक्टर डेथ पहली बार किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का पर्दाफाश होने के बाद चर्चा में आया था। इसके अलावा 100 से ज्यादा लोगों की हत्या कर चुका था और कई अदालतों ने इसे आजीवन कारावास से लेकर मौत की सजा भी सुनाई थी लेकिन पैरोल मिली तो ये खूंखार फरार हो गया था, जिसकी क्राइम स्टोरी हैरान करने वाली है।
डॉक्टर देवेंद्र शर्मा मूल रूप से यूपी के अलीगढ़ का रहने वाला है। वह एक आयुर्वेदिक डॉक्टर है और BAMS की डिग्री भी ले रखा है। उसने 1994 में गैस एजेंसी घोटाले में 11 लाख रुपये गवाने के बाद अपराध की दुनिया में कदम रखा और उसके बाद आगे बढ़ता चला गया। देवेंद्र शर्मा ने साल 1998 से 2004 के बीच अवैध किडनी का बड़ा रैकेट चलाए, जिसमें उसने डॉक्टर अमित के साथ मिलकर 125 से ज्यादा अवैध किडनी ट्रांसप्लांट करवाया है। हर एक ट्रांसप्लांट के लिए उसे करीब 5 से 7 लाख रुपये मिलते थे।
आरोपी देवेंद्र शर्मा गरीब और मजबूर लोगों को बहला-फुसलाकर अंगदान करने के लिए मजबूर करता था। उसके अपराध यहीं तक सीमित नहीं थे बल्कि उसने अपने गिरोह के साथ मिलकर टैक्सी चालकों को किडनैप किया उनकी हत्या की और उनके बॉडी को यूपी के कासगंज स्थित मगरमच्छों से भरी हजारा नहर में फेंक दिया। इन चालकों की गाड़ियां ग्रे मार्केट में बेच दी जाती थी। दिल्ली पुलिस में मौजूद रिकॉर्ड में कुख्यात आरोपी के खिलाफ हत्या, अपरहण, और लूटपाट के कुछ 27 मामले दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक 2004 में गिरफ्तार होने के बाद कुख्यात अपराधी देवेंद्र शर्मा को दिल्ली ,राजस्थान और हरियाणा की अदालत में 7 मामलों में उम्र कैद और एक मामले में फांसी की सजा सुनाई गयी। लेकिन यह सिलसिला यहां नहीं थमा। 2020 में उसे 20 दिन की पैरोल मिली लेकिन वह 7 महीने तक फरार रहा। जिसके बाद 2023 में 2 महीने की दोबारा पेरोल पर बाहर आया और इस बार भी 3 अगस्त से फरार हो गया। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 6 महीने तक लगातार आरोपी की तलाश की, जिसमें जयपुर ,दिल्ली ,आगरा अलीगढ़ और प्रयागराज में छानबीन की गई। अंत में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपी देवेंद्र शर्मा को राजस्थान के दौसा के आश्रम से गिरफ्तार किया। जहां पर वह फर्जी नाम से पुजारी बनकर रह रहा था।