रांची: बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा के कैट हॉल में आयोजित नेशनल सिंपोजियम ऑन मैथेमेटिक्स फॉर इंडस्ट्रियल एडवांसमेंट (एन. एस .एम .आई .आई .ए 2025) का आज तीसरा एवं अंतिम दिन था।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 9 बजे बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान के वाइस चांसलर, प्रोफ़ेसर इंद्रनील मन्ना के द्वारा ‘आई. एस. आई, कोलकाता’ के प्रोफ़ेसर, सुभोमय मैत्रा को सम्मानित करने के साथ हुआ।
उन्होंने अपने प्रेरणादायक विचारों और जानकारीपूर्ण बातों से श्रोताओं का मन मोह लिया तथा क्वांटम कम्प्यूटिंग पर विस्तृत चर्चा की। क्लासिकल कम्प्यूटिंग के इतिहास से लेकर ट्यूरिंग और फाइनमैन तक, क्यूबिट्स की बारीकियां,रैखिक बीजगणित की अहमियत और नए एल्गोरिद्म की ज़रूरत तक।
उसके बाद प्रातः 10:15 बजे सुश्री शिर्षा रे चौधरी, डायरेक्टर ऑफ इंजीनियरिंग, टी.आर. लैब्स (थॉमसन रॉयटर्स) ने बताया कि आज की तेज़ रफ्तार वाली दुनिया में गणित क्यों पहले से भी ज़्यादा जरूरी है। बातचीत के बीच-बीच में उन्होंने मजेदार क्विज़ कराकर माहौल को हल्का और इंटरैक्टिव बनाए रखा।
फिर 11:00 बजे डॉ. कमल दास, सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट, टी. ए. टू डायरेक्टर , IBM रिसर्च इंडिया एवं सी .टी .ओ, आई बी एम इंडिया: डॉ. दास ने श्रोताओं को आईबीएम के वैश्विक शोध नेटवर्क से परिचित कराया। उन्होंने जियोस्पेशियल सैटेलाइट्स में आईबीएम के योगदान, इसरो के साथ मिलकर हो रहे काम, और अत्याधुनिक एस. ए. आर. (सिंथेटिक एपर्चर राडार) तकनीक पर रोचक जानकारियां प्रदान कीं।
अगले वक्ता थे श्री अनुज, जी डी जी ग्रुप, रांची चैप्टर: इन्होंने माहौल तकनीकी उत्सुकता से भर दिया। श्री अनुज ने एल एल एम , ट्रांसफॉर्म , आर ए जी और आर एन एन जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अहम कॉन्सेप्ट्स पर बात की और प्रतिभागियों को मिनी जीपटी मॉडल के साथ हाथों-हाथ सीखने का मौका दिया।
इसके बाद, बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा के छात्र मामलों के डीन, डॉ. भास्कर कर्ण द्वारा कार्यक्रम के प्रतिभागियों और स्वयंसेवकों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही मैट्रिक्स प्रतियोगिता के पाँच प्रस्तुतिकरण हुए , जिसके विजेताओं को डीन सर ने पुरस्कृति किया।