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चाईबासा: सारंडा जंगल में नक्सलियों का आतंक, एयरटेल टावर को फूंका; आईईडी विस्फोट में घायल हाथी की मौत

On: October 12, 2025 3:49 PM
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चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम के घने सारंडा जंगल में एक बार फिर नक्सलियों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। 8 से 14 अक्टूबर तक चल रहे प्रतिशोध सप्ताह के दौरान शनिवार देर रात नक्सलियों ने जराईकेला थाना क्षेत्र के कोलभोंगा गांव में स्थित एयरटेल कंपनी के मोबाइल टावर पर हमला कर दिया।

सूत्रों के मुताबिक, करीब 20 की संख्या में हथियारबंद नक्सली देर रात गांव पहुंचे और टावर परिसर की घेराबंदी तोड़ दी। इसके बाद उन्होंने नीचे लगे जेनसेट और कंट्रोल यूनिट में पेट्रोल डालकर आग लगा दी। देखते ही देखते पूरा उपकरण जलकर राख हो गया।

ग्रामीणों ने बताया कि टावर को आग के हवाले करने के बाद नक्सली वहां नारेबाजी करने लगे। उनका उद्देश्य यह संदेश देना था कि सारंडा क्षेत्र पर उनका दबदबा अब भी कायम है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस हमले के पीछे सुरक्षा बलों के संचार तंत्र को बाधित करने की मंशा थी, ताकि उनकी गतिविधियों की जानकारी बाहर न जा सके।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम मौके के लिए रवाना हो गई। फिलहाल पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।

जंगल के निर्दोष जीव भी बने शिकार

इसी बीच कोलभोंगा क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए आईईडी विस्फोट का शिकार हुई मादा हाथी ने शनिवार की रात दम तोड़ दिया। करीब एक सप्ताह पहले हुए ब्लास्ट में हाथी गंभीर रूप से घायल हुई थी। उसके पिछले पैर में गहरा जख्म था, जिसके चलते वह चलने-फिरने में असमर्थ हो गई थी।

वन विभाग की टीम और पशु चिकित्सकों ने कई दिनों तक उसका इलाज किया, लेकिन देर रात उसने दम तोड़ दिया। इस वर्ष यह तीसरा मामला है जब सारंडा जंगल में आईईडी विस्फोट के कारण किसी हाथी की मौत हुई है।

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जंगल में बिछाए गए विस्फोटक न केवल सुरक्षा बलों के लिए खतरा हैं, बल्कि वन्यजीवों के लिए भी बेहद घातक साबित हो रहे हैं। विभाग ने उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी है और पूरे इलाके में विशेष निगरानी अभियान चलाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।

ग्रामीणों में दहशत, सरकार से बढ़ी सुरक्षा की मांग

लगातार बढ़ रही नक्सली गतिविधियों से स्थानीय ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। उनका कहना है कि अब न केवल इंसान, बल्कि जंगल के जीव-जंतु भी असुरक्षित हो गए हैं। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि क्षेत्र में सुरक्षाबलों की गश्त और सर्च ऑपरेशन को और अधिक मजबूत किया जाए, ताकि नक्सली दोबारा ऐसी घटनाओं को अंजाम न दे सकें।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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