जमशेदपुर: भाकपा माओवादियों की ओर से घोषित 22 दिसंबर के ‘भारत बंद’ को लेकर झारखंड पुलिस सभी जिलों में अलर्ट मोड पर है इसके बावजूद हावड़ा- मुम्बई रेल लाइन के थर्ड लाइन को नक्सलियों ने उड़ाया। जिसके कारण रेल सेवा ठप हो गई है। नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक पर अपना बैनर और झंडा लगा दिया है।
सूत्रों के मुताबिक गोइलकेरा-पोसेता के बीच नक्सलियों के द्वारा विस्फोट किए जाने की खबर है जिसकी आवाज दूर तक सुनाई दी। जिससे रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचा है। रेल महकमा राहत बचाव कार्य में जुट गया है।
बताया जा रहा है कि नक्सलियों के विस्फोट के कारण रात में ही रुक गई 10 ट्रेनें। ट्रेन संख्या 12222 हावड़ा पुणे एक्सप्रेस चक्रधरपुर में खड़ी की गई। इसके अलावा कई ट्रेनों को कई जगहों पर रोके रखे जाने की खबर है।
खबरों के मुताबिक नक्सलियों गुरुवार रात 12 बजे डेरंवा व पौसेता के बीच थर्ड लाइन को आईईडी विस्फोट कर उड़ा दिया। विस्फोट से किमी पोल संख्या 356/29A-31A के पास पटरी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।इधर, इसकी सूचना मिलते ही रेलवे ने एहतियात बरतते हुए चक्रधरपुर रेल मंडल के चक्रधरपुर व मनोहरपुर के बीच रेल यातायत रोक दी।
बताया जाता है कि नक्सलियों ने डेरंवा स्टेशन के पास अप लाइन पर बैनर लगा रखा था। बैनर टाटा-इतवारी पैसेंजर ट्रेन के इंजन में फंसकर आगे निकल गया, पर किसी को पता तक नहीं चला। इसके बाद देर रात नक्सलियों ने विस्फोट कर पटरी उड़ा दी।
विस्फोट की घटना के बाद मनोहरपुर में दो ट्रेनों हापा-हावड़ा सुपर फ़ास्ट और संबलेश्वरी एक्सप्रेस को रोक दिया गया और पुलिस चौकसी बरत रही है। साथ ही सभी स्टेशनों पर अलर्ट जारी करने के साथ सुरक्षाबलों को भी अलर्ट मोड में डाल दिया गया है। मालूम हो कि नक्सलियों (भाकपा माओवादी) द्वारा 16 से 22 दिसंबर तक प्रतिरोध सप्ताह मनाया जा रहा है। वहीं, नक्सलियों ने पोस्टरबाजी कर 22 दिसंबर को भारत बंद भी बुलाया है। प्रतिरोध सप्ताह के दौरान नक्सली आमतौर पर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में रहते हैं।
बता दें कि नक्सलियों के आहूत बंद के मद्देनजर मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को अलर्ट कर दिया है।पुलिस अधिकारियों को खुफिया विभाग से सूचना मिली है कि बंद के दौरान नक्सली अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में हमला कर सकते हैं। इसके बावजूद नक्सलियों ने हमला कर खौफ का माहौल कायम किया है।
इसलिए पुलिस अभियान के दौरान विशेष सतर्कता बरतने और किसी तरह का लूज मूवमेंट नहीं करने का निर्देश दिया गया है. इसकी भी आशंका है कि नक्सली बंद के दौरान पुलिस पिकेट, कैंप, पेट्रोलिंग पार्टी के अलावा स्कॉट वाहन को निशाना बना सकते हैं।
साथ ही रेलवे ट्रैक या सरकारी संपत्ति पर हमला कर उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं. ऐसे में जिन इलाके में सरकारी निर्माण कार्य चल रहे हैं, वहां विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिये गये हैं. गौरतलब है कि बंद को सफल बनाने के लिए नक्सलियों की ओर से 16 दिसंबर से प्रचार अभियान चलाया जा रहा था. इस दौरान नक्सलियों ने कोल्हान सहित अपने प्रभाव वाले इलाकों में पोस्टरबाजी भी की है।