बाबा बैद्यनाथ मंदिर मामले में गिरफ्तारी देने पहुंचे निशिकांत दुबे, पुलिस ने नहीं किया अरेस्ट

On: August 9, 2025 3:36 PM

---Advertisement---
देवघर: श्रावणी मेले में बाबा बैद्यनाथ मंदिर के निकास द्वार से जबरन घुसकर जलार्पण करने के मामले में गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे, दिल्ली सांसद मनोज तिवारी समेत पांच लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस मामले में गिरफ्तारी देने बाबा मंदिर थाना पहुंचे निशिकांत दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस ने बताया कि मामला एमपी-एमएलए कोर्ट में भेजा गया है, जो अभी स्वीकार नहीं हुआ है। कोर्ट में स्वीकार होने के बाद सेक्शन 41 के तहत शिकायतकर्ता को तीन नोटिस भेजे जाएंगे, और तभी गिरफ्तारी की संभावना बनेगी।
थाने पहुंचने से पहले एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में दुबे ने कहा कि यह मामला राजनीतिक षड्यंत्र के तहत दर्ज किया गया है। उन्होंने सवाल उठाया, “जिस व्यक्ति का मंदिर में एक भी यजमान नहीं है, वह अंदर क्या कर रहा था? अगर मैंने कानून-व्यवस्था तोड़ी होती तो पुलिस और मजिस्ट्रेट खुद मेरे खिलाफ केस दर्ज करते, फिर एक व्यक्ति के शिकायत पर यह मामला कैसे बन गया?
निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि मौजूदा राज्य सरकार उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि वे भगोड़े नहीं हैं, बल्कि मुख्यमंत्री ही गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली भागे थे। बैद्यनाथ धाम थाना में उपस्थित होने के बावजूद पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी नहीं की। दुबे ने घोषणा की कि वे देवघर के एसपी, डीसी और डीजीपी के खिलाफ लोकसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएंगे और सरकार को “उखाड़ फेंकने” के लिए आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने समर्थकों से इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की।
बता दें कि, आदित्य वाहिनी के प्रदेश महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर की शिकायत पर बाबा मंदिर थाना में केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और अन्य ने दो अगस्त की रात जबरन मंदिर के निकास द्वार से मंझलाखंड में प्रवेश किया, पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की की और गर्भगृह में पहुंचकर पूजा-अर्चना की, जिससे धार्मिक परंपरा और आस्था को ठेस पहुंची। इस घटना का वीडियो भी पुलिस के पास उपलब्ध कराया गया है।