5 माह से आवश्यकता आधारित शिक्षकों को वेतन नहीं और 35 शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की बात, अभाविप की आंदोलन की धमकी

On: June 16, 2024 4:02 PM

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जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय पिछले 5 महीनों से आवश्यकता-आधारित शिक्षकों को वेतन नहीं दे रही है और 35 शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की बात कर रही है जिसका अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पूरी तरह से निंदा करती है। उक्त बातें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जमशेदपुर महानगर सह मंत्री अभिषेक कुमार ने कही।
उन्होंने कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय के 146 आवश्यकता-आधारित शिक्षक पिछले 5 महीनों से वेतन न मिलने के कारण गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। इसके साथ ही, 35 शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की की बात कही है जिससे शिक्षकों और छात्रों में आक्रोश और चिंता की लहर पैदा कर दी है।
: पिछले 5 महीनों से आवश्यकता-आधारित शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है। यह देरी शिक्षकों के लिए गंभीर वित्तीय समस्याओं का कारण बन रही है।”वेतन न मिलने के कारण कई शिक्षक अपने दैनिक खर्चों को पूरा करने में असमर्थ हो रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत विकट हो गई है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने हाल ही में 35 आवश्यकता-आधारित शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की बात की है जो समाचार पत्रों के माध्यम से पता चल रही है । यह कदम शिक्षकों और छात्रों के लिए एक बड़ा झटका है। शिक्षकों ने कई बार विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क किया, लेकिन अब तक किसी ठोस समाधान का आश्वासन नहीं दिया गया है। इस स्थिति के कारण शिक्षण कार्य में बाधा आ रही है, जिससे छात्रों की शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्विद्यालय से यह मांग करती कि उन्हें तुरंत प्रभाव से लंबित वेतन का भुगतान किया जाए, सेवा समाप्ति के आदेश को वापस लिया जाए और भविष्य में इस प्रकार की समस्या से बचने के लिए स्थायी समाधान निकाला जाए।
अभाविप जमशेदपुर महानगर सह मंत्री अभिषेक कुमार ने कहा “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे शिक्षकों को वेतन के लिए इतनी लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ रही है और अब हमारे 35 शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की बात से हम सभी स्तब्ध और दुखी हैं। हमारे शिक्षक दिन-रात मेहनत करते हैं ताकि हम छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सके , लेकिन हमारे शिक्षको आर्थिक स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। हम प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि हमारी मांगों को तुरंत संज्ञान में लिया जाए, वेतन का भुगतान किया जाए , अगर विश्विद्यालय प्रशासन इसपर जल्द से जल्द कोई ठोस कदम नहीं लेता तो अभाविप आंदोलन के लिए बाध्य होगी और इसकी पूरी जिम्मेदारी कोल्हान विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।