ख़बर को शेयर करें।

जमशेदपुर: पिछले तकरीबन तीन दिनों से झारखंड में साइक्लोनिक सरकुलेशन का प्रभाव देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग ने भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था और भारी बारिश जारी है। प्रशासन के मुताबिक आदित्यपुर ब्रिज के पास हर की नदी खतरे के निशान के पार हो गई है। जबकि स्वर्ण रेखा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। जिसके कारण तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में कोहराम मचा हुआ है।

यदि इसी तरह लगातार बारिश होती रहे तो उनके घर द्वार डूब जाने की पूरी संभावना है। इधर खबर आ रही है कि बागबेड़ा के निचले इलाके में बारिश का पानी कई घरों में घुस गया है। बाढ़ जैसे हालात बन गये हैं। जबकि मौसम विभाग ने और 2 दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। ऐसी स्थिति में इस क्षेत्र के रहने वाले लोगों के अपना घर बार छोड़ कर जाना होगा।

इधर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर के तटीय क्षेत्रों में रहने वालों को सुरक्षित रखने की चिंता मंत्री बन्ना गुप्ता ने व्यक्त करते हुए उपायुक्त को विशेष निर्देश जारी कर राहत एवं बचाव कार्य करने को कहा हैं।


सोशल मीडिया अकॉउंट एक्स पर पोस्ट कर उन्होंने लिखा हैं कि लगातार तीन दिन से हो रहें बारिश के कारण स्वर्णरेखा एवं खरकई नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा हैं और खतरे के निशान के करीब हैं, नदी तट पर रहने वाले लोगों से अनुरोध हैं कि सतर्क रहे।

उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा हैं कि मामले में सतर्कता बरतते हुए ऐसे पीड़ितों को चिन्हित करते हुए सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने का उपाय करें साथ ही उनके दवाइयों, रहने और खाने का भी इंतजाम सुनिश्चित करें और राहत एवं बचाव कार्य चलाये!

उन्होंने तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से भी सतर्क रहने की अपील की हैं एवं नदी में नहीं जाने का आग्रह किया हैं, साथ ही उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं अपने समर्थकों से भी क्षेत्र में भ्रमण कर पीड़ित परिवार का सहयोग करने का आह्वान किया हैं।

बता दें कि बागबेड़ा के निचले इलाके में हर वर्ष बरसात के समय यही हाल हो जाता है प्रशासन नेता आश्वासन देते हैं लेकिन फिर कोई सुध लेने वाला नहीं होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *