कड़ी सुरक्षा के बीच रामगढ़ जेल से रांची लाया गया कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह, झारखंड एटीएस करेगी पूछताछ

On: August 27, 2025 3:04 PM

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रांची: झारखंड एटीएस ने बुधवार को कुख्यात अपराधी मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा को रामगढ़ जेल से रांची स्थित एटीएस मुख्यालय लाया। गैंगस्टर अमन साहू का सबसे करीबी सहयोगी माने जाने वाले मयंक को अदालत से छह दिनों की रिमांड पर लिया गया है। इस दौरान उससे आपराधिक घटनाओं, हथियारों के नेटवर्क और गिरोह के वित्तीय पहलुओं को लेकर गहन पूछताछ होगी।
अमन साहू गिरोह की कमान संभालने के बाद सक्रियता
अमन साहू की मौत के बाद मयंक सिंह ने गिरोह की कमान अपने हाथ में ले ली थी। उसने न केवल गिरोह के वित्तीय पहलुओं को नियंत्रित किया, बल्कि अवैध हथियारों की तस्करी और नेटवर्क को भी विस्तार दिया। पुलिस को उम्मीद है कि मयंक की रिमांड से न केवल झारखंड, बल्कि अन्य राज्यों में सक्रिय गैंग्स की गतिविधियों का पर्दाफाश होगा।
अंतरराष्ट्रीय स्तर से गिरफ्तारी, बाकू से प्रत्यर्पण
मयंक सिंह झारखंड का पहला ऐसा अपराधी है जिसे विदेश से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया। पिछले साल झारखंड पुलिस ने अजरबैजान की राजधानी बाकू से उसकी गिरफ्तारी करवाई थी। इस कार्रवाई ने झारखंड पुलिस की कार्यप्रणाली और क्षमताओं को साबित किया, साथ ही यह संदेश भी दिया कि अब राज्य पुलिस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठा सकती है।
सोशल मीडिया पर लग्जरी लाइफ और हथियारों का शोऑफ
राजस्थान निवासी मयंक उर्फ सुनील मीणा अपराध की दुनिया का बड़ा नाम था। वह अक्सर सोशल मीडिया पर लग्जरी लाइफ और आधुनिक हथियारों के साथ तस्वीरें पोस्ट कर सुर्खियों में रहता था। आलीशान जीवनशैली और हथियारों के जखीरे ने उसे युवाओं के बीच कुख्यात बना दिया था।
कई राज्यों और देशों में सक्रिय गिरोह
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मयंक का गिरोह न केवल झारखंड में, बल्कि अन्य राज्यों और कुछ देशों में भी सक्रिय था। हथियारों और पैसों की सप्लाई चेन को मैनेज करना उसकी बड़ी भूमिका थी। यही वजह है कि उसकी गिरफ्तारी से पुलिस को कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।
झारखंड पुलिस की बड़ी उपलब्धि
मयंक सिंह की गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण को झारखंड पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। इससे साबित होता है कि राज्य पुलिस अब सीमाओं से परे जाकर भी खतरनाक अपराधियों पर शिकंजा कसने में सक्षम है।