Hair Regrowth Treatment: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में पुरुषों में गंजेपन यानी मेल पैटर्न बाल्डनेस (Male Pattern Baldness) तेजी से बढ़ती समस्या बन चुकी है। तनाव, खराब लाइफस्टाइल, प्रदूषण, असंतुलित खानपान और जेनेटिक फैक्टर्स के कारण हेयरफॉल अब कम उम्र में ही शुरू हो जाता है।
क्लिवलैंड क्लिनिक के अनुसार एंड्रोजेनिक एलोपेसिया आमतौर पर 20 की उम्र के अंत या 30 की उम्र के शुरुआती वर्षों में दिखाई देने लगता है और एक बार बाल झड़ने के बाद दोबारा नहीं उगते हैं।
तीन दशक बाद बड़ी सफलता
गंजेपन के इलाज को लेकर कई दावे किए जाते रहे हैं, परंतु लंबे समय की प्रभावी दवा की कमी हमेशा बनी रही। अब इसी बीच आयरलैंड की Cosmo Pharmaceuticals ने क्लासकोटेरोन नामक नई दवा से जुड़े फेज-III ट्रायल के नतीजे सामने रखकर चर्चा तेज कर दी है।
31 नवंबर 2025 को जारी हुए दो बड़े क्लिनिकल ट्रायल
लगभग 1,500 पुरुषों पर किए गए इस अध्ययन में दो अलग-अलग समूह बनाए गए। एक को प्लेसीबो और दूसरे को क्लासकोटेरोन दिया गया। ट्रायल के नतीजों ने वैज्ञानिक समुदाय को भी चौंका दिया।
ट्रायल के नतीजे
पहला ट्रायल: बालों में 539% तक सुधार
दूसरा ट्रायल: 168% सुधार दर्ज
कंपनी का कहना है कि दवा न केवल प्रभावी है बल्कि साइड इफेक्ट्स के लिहाज़ से सुरक्षित और बेहतर सहनशील भी पाई गई।
FDA से मंजूरी का इंतज़ार
इन सकारात्मक नतीजों के बाद माना जा रहा है कि अगले साल क्लासकोटेरोन को FDA की मंजूरी मिल सकती है। यदि ऐसा होता है, तो यह करीब 30 साल में मेल पैटर्न बाल्डनेस के लिए पहली नई दवा होगी। इससे उन लाखों पुरुषों को नई उम्मीद मिलेगी जो लंबे समय से हेयर लॉस का विश्वसनीय इलाज ढूंढ रहे हैं या महंगे कॉस्मेटिक विकल्पों पर निर्भर हैं।












