रांची:गिरिडीह के घोड़थंबा में 14 मार्च की शाम होली जुलूस के दौरान दो पक्षों में हुई झड़प, पथराव और आगजनी और पुलिस के द्वारा कथित रूप से इलेक्ट्रॉनिक दुकान संचालक विकास शाह की बुरी तरह पिटाई के मामले को प्रतिपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने गंभीरता से लिया है और पीड़ित की तस्वीर जारी करते हुए कहा कि विकास शाह के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार करने वाले पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई हो नहीं तो एक-एक जख्म का हिसाब लिया जाएगा।
देखें उन्होंने क्या कहा….!
https://x.com/yourBabulal/status/1901270434286592410?s=08
उन्होंने पुलिसिया कार्रवाई की निंदा करते हुए बर्बरता की पराकाष्ठा करार दिया है.बाबूलाल मरांडी का कहना है कि जिस विकास शाह को पुलिस ने क्रूरता के साथ पीटा है, वह घोड़थंबा में इलेक्ट्रॉनिक की दुकान चलाते हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछा है कि क्या इसी तरह जनता को पुलिस के जुल्म के हवाले छोड़ दिया जाएगा. बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि लोकतंत्र में लाठी तंत्र की कोई जगह नहीं है. पुलिस के इस दमनात्मक कार्रवाई को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बता दें कि गिरिडीह हिंसा मामले में कुल 80 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई है. 14 मार्च को मस्जिद गली से होली जुलूस निकालने को लेकर उपजे विवाद के बाद छह बाइक, दो कार, गुमटीनुमा सात दुकानें, एक टायर दुकान और एक फैशन हब की दुकान में आग लगा दी गई थी. हालात को नियंत्रित करने के दौरान पुलिस पर हमला हुआ था. जिसकी वजह से चार पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे. पुलिस की चार गाड़ियों को क्षतिग्रस्त किया गया था. खास बात है कि दंडाधिकारी ने जिन 80 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है, उसमें विकास शाह का नाम नहीं है.