हजारीबाग :- आज बुधवार को राष्ट्रीय आदिवासी छात्र संघ हजारीबाग के द्वारा कर्ज़न ग्राउंड स्थित विश्व आदिवासी दिवस के शुभ अवसर पर हजारीबाग की महिला खिलाडियों के बीच जर्सी व फुटबॉल वितरण किया और युवाओं को खेल और समाज के प्रति जागरूक किया गया।
इस मौके पर राष्ट्रीय आदिवासी छात्र संघ महा सचिव श्री विकी कुमार धान ने कहा – आज का दिन हमारे लिए बहुत खास है आज के दिन को सयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व आदिवासी दिवस के रूप में घोषित किया और पुरी दुनिया भर के आदिवासियों का सम्मान को बढ़ाने का काम किया है, आज इस कार्यक्रम को सफ़ल बनने के लिए झारखण्ड सरकार ने भी पूरा प्रयास किया है जो कि सहरनिया है।
आदिवासी समाज दुनिया का ऐसा समाज है जो इस दुनिया को अच्छा से समझता है आप लोगो को याद होगा जब 2004 में अंडमान निकोबार द्वीप समूह में सुनामी आई थी तब लाखों लोगो ने अपनी जान गवाई थी और सरकार को बहुत चिंता थी की जो आदिवासी इन द्वीपों में रहते हैं उनका क्या हुआ होगा पर जब वहां हवाई निरक्षण किया गया तो पता चला कि एक भी आदिवासी नहीं मारा ये घटना पूरे आधुनिक दुनिया के लिया एक सीख है कि अगर प्राकृति के साथ ताल मेल बना कर चलोगे तो सुरक्षित रहोगे इस लिए मैं सभो को कहता हू की आदिवासी को जंगली गवार कहने से पहले ये जान लो की वो लोग बहुत बुद्धिमान और आप से ज्यादा समझदार हैं। आदिवासी इस दुनिया को आप से ज्यादा बेहतर समझते हैं। विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अध्यक्ष रोशन कुमार टोप्पो ने कहा –
“आज विश्व आदिवासी दिवस पर खेलाडियो के बीच खेल सामग्री वितरण करने का मकसद ये है की आप अपने इतिहास को ना भूले।”
मरांग गोमके जयपाल सींग मुंडा भारत को हॉकी में 1928 में गोल्ड मेडल जिताया था , झारखंड की धरती इनके जैसे कितने ही खिलाड़ियों को जन्म दिया ।
आज भारत देश में खेल का स्तर बहुत ही गिर चुका है अगर सरकार चाहती हैं कि भारत फुटबाल विश्व कप, ओलंपिक आदि खेलो में बेहतर करे तो तो उनको आदिवासियों को आगे करना चाहिए फिर देखिए हम खेल के छेत्र में अमरीका, चीन, फ्रांस जैसे देसो को भी पछाड़ देंगे।।
इस मौके पर मुख्या रूप से जिला कोषाध्यक्ष नितेश कुमार उराँव , संत कोलम्बस महाविद्यालय कुणाल हांसदा , राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद माराडी ,जिला अध्यक्ष अर्जुन केरकेट्टा , जिला महासचिव विकी करमाली, विभावि, कार्यकारी अध्यक्ष राहुल उरांव,जिला सदस्य दिनेश प्रधान, दिलीप उरॉव, खिलाड़ी- मधु कुजूर ,सोनाली मुर्मू ,श्रुति टोप्पो,अनीशा लकड़ा ,नीलू मुर्मू,अलविना मुर्मू,खुशबू मुर्मू ,रतनी हंसदा ,पूजा टुडू ,आरती टुडू ,सरिता मुर्मू, अमीषा कुजूर ,भहलान नाग ,ज्योति मूर्म , आरती कुमारीआदि सामिल थे।