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पहलगाम का बदला: भारत ने पीओके में घुसकर आतंकी कैंपों को मिट्टी में मिलाया, पाक में हड़कंप, देखें वीडियो

On: May 7, 2025 12:04 AM
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एजेंसी: आखिरकार भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंह तोड़ जवाब दे दिया है। पाकिस्तान के सुरक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए एक के बाद एक 9 आतंकी कैंपों पर मिसाइलों की बारिश से पाकिस्तान थर्रा गया है।

पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बाद पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारत ने आतंकियों को मिट्टी में मिला दिया है। मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है। भारतीय सशस्त्र बलों इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया है। इसको लेकर भारतीय सेना के अपर लोक सूचना महानिदेशालय (ADG PI – INDIAN ARMY) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया गया है। इस पोस्ट में लिखा गया है… #PahalgamTerrorAttack… Justice is Served. …Jai Hind! इसके साथ ही Operation Sindoor लिखा पोस्टर शेयर किया गया है।

देखें वीडियो

https://x.com/newssamvaad/status/1919859793059103179?t=6gTNfZtALSXOpihJxvsmQw&s=08

वहीं, रक्षा मंत्रालय के नाम का एक लेटर भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। इस वायरल लेटर में बताया गया है कि भारतीय बलों ने उन आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया है, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और निर्देशित किया गया था। कुल मिलाकर नौ जगहों को निशाना बनाया गया है। हमारी कार्रवाई केंद्रित, पहले से तय और प्रकृति में गैर-उग्र रही है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया है।

आगे लिखा गया है कि भारत ने टारगेट के चयन और हमले के तरीके में काफी संयम दिखाया है। ये कदम पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए हैं, जिसमें 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी। हम इस प्रतिबद्धता पर खरे उतर रहे हैं कि इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि जल्द ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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