जम्मू-कश्मीर: रविवार को रियासी में यात्री बस पर हुए आतंकवादी हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन का हाथ है। हमला उस बस पर किया गया, जो शिव खोड़ी से लौट रही थी। बस में सवार सभी श्रद्धालु शिव खोड़ी में भोले बाबा के दर्शन के लिए गए थे और वापस कटरा लौट रहे थे। आतंकियों के कायराना हमले में 10 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 41 अन्य घायल हो गए।
अब जानकारी आ रही है कि बस पर हमले करने वाले आतंकी पहाड़ी इलाके में छुपे हुए हैं। ये आतंकी ग्रुप पिछले एक महीने में राजौरी और पुंछ में कई हमले कर चुके हैं। कश्मीर पुलिस और केंद्रीय बलों की खुफिया इकाई से जुड़े विश्वस्त सूत्रों का कहना है, जम्मू-कश्मीर के घने जंगलों में प्राचीन दर्जनों प्राकृतिक गुफाएं मौजूद हैं। इन ‘भूलभुलैया’ गुफाओं में करीब 58 पाकिस्तानी आतंकवादी छिपे हैं। लगभग 32 स्थानीय आतंकी भी उनके साथ हैं। इसके अलावा करीब दो दर्जन ऐसे लोग हैं, जो दहशतगर्दों के लिए मुखबिरी और सप्लाई चेन का काम करते हैं। भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस, उन प्राकृतिक गुफाओं तक पहुंच रही है, जहां आतंकी छिपे हैं। आतंकियों को मार गिराने के लिए सुरक्षा एजेंसियां बड़े ऑपरेशन की तैयारी में जुटी है।
इन प्राकृतिक गुफाओं में अब बड़े हथियारों का इस्तेमाल किया जाएगा। इनमें स्नाइपर्स गन, मोर्टार, अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, रॉकेट और भारी मशीनगन शामिल है। गुफाओं के प्रवेश मार्ग को लेकर ड्रोन से सूचनाएं जुटाई जा रही हैं। घने जंगल में खुफिया एजेंसियों को उन रास्तों पर तैनात किया गया है, जहां से आतंकियों की सप्लाई चेन जारी रहती है। ये गुफाएं, आतंकवादियों के छिपने के लिए एक कारगर ठिकाना साबित हो रही हैं।