गढ़वा: राजमाता अहिल्याबाई होलकर के पुण्यतिथि के अवसर पर गढ़वा जिला पाल महासभा के द्वारा चिनिया मोड़, नीलांबर पीतांबर बहुउद्देशीय नगर भवन के समीप स्थापित अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम में अपना विचार रखते हुए पाल महासभा के जिला अध्यक्ष सुधीर कुमार पाल ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर ने तलवार से नहीं परोपकार एवं न्याय से इतिहास रचा। वह एक रानी नहीं साध्वी थी, जिन्होंने गद्दी को तपोभूमि बना दिया।
इस अवसर पर युवा समाजसेवी राकेश पाल ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर भारतीय संस्कृति की महान संरक्षक थी, उन्होंने अपने कार्यकाल में विपरीत परिस्थितियों के बीच नारियों के उत्थान, गरीबों का कल्याण एवं लोकहित के अनेक कार्य किया। राजमाता अहिल्याबाई होलकर का व्यक्तित्व समग्र भारतीय समाज के लिए अनुकरणीय है। अहिल्याबाई होलकर पाल वंश की एक धरोहर है, हम उन्हें नमन करते हैं।
कार्यक्रम के पूर्व पाल महासभा के युवा साथियों के द्वारा महारानी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा के साथ-साथ संपूर्ण परिसर की साफ सफाई की गई, तथा फूलों से समग्र परिसर को सजाया गया। माल्यार्पण के दौरान राजमाता अहिल्याबाई होलकर अमर रहे एवं भारत माता जय की जयकारों से परिसर गुंजायमान रहा।
उक्त कार्यक्रम में अध्यक्ष सुधीर कुमार पाल, युवा समाजसेवी राकेश पाल, सुमित पाल, सुखबीर पाल, बुधन पाल, सुरेंद्र पाल, रामनाथ पाल, रामदेव पाल, जितेंद्र पाल, विवेकानंद पाल, रामेश्वर पाल, दिलीप पाल, विनय पाल समेत सैकड़ों की संख्या में पाल समाज के लोग उपस्थित रहें।