पलामू: उपायुक्त के निर्देश पर उप विकास आयुक्त शब्बीर अहमद की अध्यक्षता में समाज कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा की गयी।समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिले में पदस्थापित 29 महिला पर्वेक्षिकाओं के द्वारा नवम्बर माह में मात्र 5 आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया गया जो अत्यंत चिंताजनक है।जिला समाज कल्याण पदाधिकारी,सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं को निर्देशित किया गया कि आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित पर्यवेक्षण सुनिश्चित करें। जिन परियोजनाओं में केंद्रों का निरीक्षण संतोषजनक नहीं पाया जायेगा उनके विरुद्ध आवश्यक दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।
पूरक पोषाहार कार्यक्रम की समीक्षा
पूरक पोषाहार कार्यक्रम की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि पांकी परियोजना को छोड़कर किसी भी परियोजना द्वारा माह नवंबर तक का पोषाहार अभिश्रव उपलब्ध नहीं कराया गया है।संबंधित परियोजना पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिया गया कि एक सप्ताह के अंदर नवंबर तक का पोषाहार अभिश्रव उपलब्ध कराना सूचित करें।
टीएचआर वितरण की भी समीक्षा
समीक्षा के दौरान पाया गया कि माह नवंबर में लगभग 28% ही टीएचआर वितरण की इंट्री पोषण ट्रैकर में किया गया है साथ ही टीएचआर सामग्री वितरण का गहन अनुश्रवण करने का निर्देश सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी,महिला पर्यवेक्षिकाओं एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया गया।
पोषण ट्रैकर की समीक्षा
सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं को निर्देशित किया गया कि योजना के सभी मानकों का शत प्रतिशत इंट्री पोषण ट्रैकर में करना सुनिश्चित करेंगे।प्रतिदिन केन्द्र पर उपस्थित बच्चों का तथा केन्द्र पर्यवेक्षण का फोटो अपलोड करने का निर्देश दिया गया।
आंगनबाड़ी सेविका सहायिका का चयन
समीक्षा के क्रम में पाया गया की 82 पद सेविका का तथा 469 पद सहायिका का रिक्त है।रिक्त पदों पर नियमानुसार चयन हेतु संबंधित पोषक क्षेत्र के सीमांकन एवं सर्वेक्षण से संबंधित प्रतिवेदन दो दिनों के अंदर जिला कार्यालय को उपलब्ध कराने हेतु सभी बल विकास परियोजना पदाधिकारी को निर्देशित किया गया। चयन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने एवं एक सप्ताह के अन्दर समाचार पत्रों में इसका कार्यक्रम निर्धारित करने का आदेश जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया गया। उपायुक्त के द्वारा भी समीक्षा के क्रम में पायी गयी कमियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी है।