---Advertisement---

पलामू: शराब तस्करी का नया ट्रेंड! माफिया अब लड़कियों का कर रहे इस्तेमाल, जांच में हुए चौंकाने वाले खुलासे

On: December 12, 2025 10:42 PM
---Advertisement---

झारखंड वार्ता संवाददाता

पलामू: जिले में शराब माफिया लगातार अपने तस्करी नेटवर्क और तरीकों में बदलाव कर रहे हैं। अब तस्करी के लिए लड़कियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। माफिया लड़कियों को पैसा देकर अपने सिंडिकेट से जोड़ रहे हैं और फैमिली कारों का उपयोग कर शराब की खेप को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया जा रहा है।

हाल ही में पांकी थाना क्षेत्र के एनवा–मैनवा जंगल में अवैध शराब की बड़ी फैक्ट्री का खुलासा होने के बाद पुलिस को तस्करी के पूरे बदले हुए पैटर्न का पता चला। जिस वाहन से पुलिस फैक्ट्री तक पहुंची, वह एक साधारण फैमिली कार थी। जांच के दौरान पुलिस ने तस्करों के मोबाइल से कई लड़कियों की तस्वीरें, लोकेशन और नेटवर्क की जानकारी भी बरामद की है।

कैसे चल रहा था तस्करी का नया पैटर्न?

पुलिस के अनुसार तस्कर शराब से भरी कार में लड़की और एक युवक को आगे की सीट पर बैठाते थे। रास्ते में जब पुलिस जांच करती, तो दोनों खुद को कपल बताकर किसी भी तरह के संदेह से बच जाते थे। बड़ी गाड़ियों की लगातार पकड़े जाने के बाद माफियाओं ने यह नया तरीका अपनाया है।

लड़की को आगे बैठाकर संदेह दूर करते थे तस्कर : एसपी

एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि हाल की कार्रवाई में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि माफिया तस्करी के लिए लड़की का इस्तेमाल कर रहे हैं। लड़की को गाड़ी में आगे बैठाया जाता था ताकि पुलिस को शक न हो। अब बड़ी गाड़ी के बजाय छोटी गाड़ियों का उपयोग बढ़ गया है। पूरे जिले में हाईवे और स्टेट हाईवे पर निगरानी बढ़ा दी गई है।

लगातार मिल रही शराब की बड़ी खेप

पलामू, बिहार से सटे होने के कारण शराब तस्करी का संवेदनशील इलाका माना जाता है। हाल के महीनों में विधानसभा चुनाव से पहले 33 करोड़ रुपये के अवैध मादक पदार्थ जब्त किया गया। चुनाव अवधि में 70 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध शराब और मादक पदार्थ जब्त किए। सतबरवा थाना क्षेत्र में एक ट्रक शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई।उन्होंने बताया कि हरिहरगंज, छतरपुर, पड़वा, लेस्लीगंज और पांकी में भी दर्जनों कार्रवाई हुई।

समय के साथ बदल रहा है तस्करी का तरीका

पुलिस रिपोर्ट के अनुसार पहले माफिया बड़ी गाड़ियों का उपयोग करते थे। बड़ी गाड़ियां लगातार पकड़े जाने से करोड़ों का नुकसान हुआ।अब माफिया छोटी गाड़ियों, फैमिली कार और अंदरूनी ढांचे में बदलाव कर तस्करी कर रहे हैं। पुलिस ने कहा है कि जिले में अवैध शराब के खिलाफ विशेष अभियान लगातार जारी रहेगा और इस बदले हुए नेटवर्क के सभी सदस्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

Join WhatsApp

Join Now