लेस्लीगंज (पलामू): पलामू जिले के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र में 30 सितंबर की रात हुई महिला लाखो देवी (35) की जघन्य हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। इस सनसनीखेज मामले में मृतका के प्रेमी संदीप कुमार (26) को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि आपसी विवाद के बाद उसने महिला की बेरहमी से हत्या की थी।
नंबर ब्लॉक करने से भड़का प्रेमी
थाना प्रभारी उत्तम कुमार राय ने बताया कि आरोपी संदीप को रांची रेलवे स्टेशन के पास से पकड़ा गया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि लाखो देवी से उसका प्रेम संबंध था और दोनों के बीच लंबे समय से शारीरिक संबंध भी थे। संदीप कुछ समय पहले काम के सिलसिले में बेंगलुरु गया था। इस दौरान लाखो देवी ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया था।
23 सितंबर को जब वह बेंगलुरु से वापस लौटा तो उसे पता चला कि लाखो देवी किसी अन्य व्यक्ति से फोन पर बात करती है। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हुआ।
वारदात की रात घर में घुसा आरोपी
30 सितंबर की रात संदीप वेंटिलेटर के रास्ते लाखो देवी के घर में घुसा। दोनों के बीच पहले शारीरिक संबंध बने, लेकिन इसके बाद मोबाइल नंबर ब्लॉक करने की बात को लेकर फिर विवाद हुआ। बात हाथापाई तक पहुँच गई, जिसके बाद संदीप ने पहले रोटी बनाने वाले पीढ़ा से महिला को घायल किया, फिर घर में रखे सिलबट्टे से उसका सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी।
साक्ष्य मिटाने की कोशिश, लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ा
हत्या के बाद संदीप ने लाखो देवी का मोबाइल फोन, खून से सना चादर और अपने खून लगे कपड़े (गंजी व शर्ट) लेकर वेंटिलेटर के रास्ते घर से निकल गया। मोबाइल और चादर को पास के एक सूखे कुएं में फेंक दिया, जबकि कपड़े पास की झाड़ियों में छिपा दिए। अगले दिन वह फरार हो गया।
1 अक्टूबर को लाखो देवी का शव घर के अंदर पाया गया। मामले की सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। मृतका के पिता अवधेश भईयां की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस ने आरोपी के बयान के आधार पर जुटाए अहम सबूत
संदीप की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर मृतका का मोबाइल, खून से सना चादर और आरोपी के खून लगे कपड़े बरामद कर लिए हैं। वहीं एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम ने घटनास्थल से अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य इकट्ठा किए हैं।
पुलिस अब इस पूरे मामले में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है। आरोपी पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।













