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हजारीबाग:वर्तमान में झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा दसवीं व 12वीं की परीक्षाएं ली जा रही है।विभिन्न माध्यमों से ज्ञात हुआ है कि दसवीं के विज्ञान विषय के परीक्षा प्रपत्र कुछ दिन पूर्व ही विभिन्न सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था।आज इसकी आधिकारिक पुष्टि भी कर दी गई की पेपर लीक की घटना सत्य है। ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन राज्य सचिव सोहन महतो ने बयान जारी करते हुए कहा है कि झारखंड में पेपर लीक का मुद्दा एक बड़ा ही चिंता का विषय है। इससे न केवल छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है बल्कि इसमें संलिप्त अधिकारी और सरकारी कर्मचारियों का मनोबल लगातार बढ़ते जा रहा है।चाहे वह एकेडमिक परीक्षाएं हो या नियुक्ति से जुड़ी हुई परीक्षाएं हो।आए दिन पेपर लीक धांधली जैसी मामले सामने आ रही है। वर्तमान में पेपर लीक एक बड़ी त्रासदी के रूप में सामने आई है।लगातार हो रहे पेपर लीक की घटनाएं यह पूर्णत: साबित करती है कि इनमें उच्च अधिकारियों से लेकर निम्न कर्मचारी व सरकारी महकमा के लोग शामिल हैं।जिला अध्यक्ष जीवन कुमार यादव ने कहा कि पेपर लीक पर कठोर कानून होने के बावजूद भी पेपर लीक करने वाले माफिया सक्रिय रूप से पेपर लीक में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।पेपर लीक पर रोक न लगना ,सरकार की असफलता को दर्शाता है।सरकार पर पेपर लीक करने वाले माफिया हावी है।अतः संगठन यह अविलंब मांग करता है उच्च स्तरीय कमेटी के द्वारा इस पूरी पेपर लीक की घटना की जांच की जाए।सुरक्षा के इंतजाम होने के बावजूद भी पेपर समय से पूर्व कैसे बाहर आया।पेपर लीक करने में शामिल होने वाले कर्मचारी ,अधिकारी व सरकारी तंत्र के लोगों पर नियम संगत सजा दी जाए। यदि अविलंब इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है तो संगठन आगामी आने वाले दिनों में वृहत पैमाने पर आंदोलन करने को विवश होगा।