परसुडीह:कहने को तो हर घर में नेता लेकिन जनता की समस्या को कोई गंभीरता से नहीं लेता!मखदुमपुर रेलवे क्रॉसिंग सड़क पर नाली
जमशेदपुर:’परसुडीह कहने को तो हर घर में नेता लेकिन जनता की समस्या को कोई गंभीरता से नहीं लेता!’मखदुमपुर रेलवे क्रॉसिंग सड़क पर नाली पिछले कई दिनों से बह रहा है। इसी गंदगी वाले नाले की पानी सड़क पर बहने से लोग परेशान है और मजबूरन उन्हें रेलवे लाइन पर भी चलना पड़ता है। वरना नाले की गंदे पानी में चलना उनकी मजबूरी हो गई है। चाहे स्कूल जाना हो कॉलेज जाना हो मंदिर जाना हो मस्जिद जाना हो ड्यूटी जाना हो अस्पताल जाना हो बाजार जाना हो कहीं भी आना जाना हो तो इस गंदगी वाले नाली से ही गुजरना पड़ेगा क्योंकि मात्र यही एक रास्ता है। लोग जनप्रतिनिधियों नेताओं को कोस रहे हैं। लोगों का कहना है कि मतदान के समय नेता हर समस्या का तुरंत समाधान करने का आश्वासन देते हैं लेकिन मतदान के बाद कोई उनके सुध लेने वाला नहीं रहता है।
फिलहाल मुस्लिम समुदाय का पवित्र रमजान का महीना चल रहा है और इसी गंदगी भरे नाले से नमाजियों और लोगों को गुजरना पड़ रहा है। इसके अलावा अब रामनवमी और ईद का त्यौहार भी आने वाला है लगता है कि रामनवमी और ईद भी इसी गंदगी के बीच गुजरेगी।
बरसात हो जाने पर तो और भी स्थिति दयनीय हो जाती है लोगों का पैदल चलना भी इस मार्ग पर बेदम हो गया है।
बता दें कि पिछले दिनों भी इसी तरह सड़क पर नाली बह रही थी लेकिन स्थानीय समाजसेवी सेवा ही लक्ष्य संस्था के अध्यक्ष मानिक मलिक ने संज्ञान लेते हुए समाजसेवी तपन बरुआ के सहयोग से नाली की सफाई कराई थी और टूटी-फूटी सड़क की थोड़ी बहुत मरम्मत कराई थी जिसे थोड़ी सी लोगों की राहत महसूस हुई थी लेकिन समस्या का स्थाई समाधान नहीं निकला कुछ दिन तक ठीक चला लेकिन फिर से वही हाल है। जनता बेहाल है नेता अपने कार और मोटरसाइकिल स्कूटी में धड़ल्ले से पार हो रहे हैं। कई प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी भी इसी मार्ग से गुजर रहे हैं लेकिन यहां का हाल जस का तस है। जनता अपने भाग्य को कोस रही है।
यहां रेलवे क्रॉसिंग होने के कारण जब भी ट्रेनों का हवागमन होता है दिन भर में कई बार ट्रेनें आती जाती हैं। वैसे समय में तो लोगों को और मुश्किल हो जाती है दुर्घटना की भी संभावना बनी रहती है कई बार दुर्घटना हो भी चुकी है लोग सड़क पर गंदगी भरे नाले की पानी बहने से उसमें पैर रखने से कतराते हैं और दुर्घटना की संभावना रहती है फाटक खुलते ही आगे निकलने की आपाधापी मच जाती है और दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
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