मझिआंव (गढ़वा):- रामनवमी एवं ईद त्योहार के मद्देनजर मझिआंव एवं बरडीहा थाना परिसर में गणमान्य लोगों के साथ शांति समिति की बैठक हुई। इसमें पदाधिकारियों द्वारा दोनों समुदायों से ईद एवं रामनवमी का त्योहार सरकार के गाइडलाइन के अनुसार शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में भाईचारे के साथ मनाने की अपील की।
मझिआंव थाना परिसर में प्रखंड विकास पदाधिकारी सतीश भगत एवं नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी शैलेश कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में रामनवमी का जुलूस निर्धारित रूट पर निकालने की आम सहमति बनी। बैठक का संचालन कर रहे थाना के अवर निरीक्षक संजय सिंह मुंडा ने कहा कि रामनवमी त्योहार में जितने भी अखाड़ा परिषद मझिआंव में हैं, सभी एक एक आवेदन थाना में जमा करवा दें, ताकि प्रशासन को इसकी जानकारी प्राप्त हो और किसी भी घटना को सोसल मीडिया पर नही देकर पहले थाना को सूचना दें। बीडीओ सतीश भगत ने कहा कि त्योहार में किसी भी भड़काऊ पोस्ट के बारे में तत्काल प्रशासन को सूचना दें।
बैठक में ये लोग थे उपस्थित
बैठक में राधाकृष्ण मंदिर के महंत श्री श्री 108 श्री बाबा केशवनारायण दास, निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष सुमित्रा देवी,विधायक प्रतिनिधि संजय कमलापुरी, युवा समाजसेवी मारुतिनंदन सोनी, अशोक कमलापुरी, विवेक सोनी, मुखिया महताब आलम, मुखिया प्रतिनिधि इंदल सिंह एवं बिजय राम, प्रकाश यादव, मसिउदिन खान, शेख अमरुदीन, ताहिर खान, जियाउल असफाक, दीपक माली, रिषभ श्रीवास्तव,सुनील कुमार, सचिन कुमार, सोनू कुमार, रौनक कुमार,थाना के अवर निरीक्षक संजय कुमार,चंदन प्रधान, राजकुमार यादव,एवं नसीम अंसारी, सहायक अवर निरीक्षक आलोक कुमार, मणिकांत मेहरा, सविंद्र नाथ राय, दिनेश चंद्र माझी, एवं अरुण कुमार रजक उपस्थित थे।
प्रशासन पर बैठक में नही बुलाने का आरोप
प्रशासन पर नही बुलाने का आरोप लगाते हुए पंचायत के जन प्रतिनिधि एक मुखिया महताब आलम को छोड़कर प्रमुख आरती दुबे, सभी मुखिया एवं सभी बीडीसी सदस्य शांति समिति की बैठक में नही आये। इस संबंध में प्रमुख आरती दुबे ने बताया कि होली के समय सभी जन प्रतिनिधियों को बैठक में बुलाया गया था लेकिन ईद एवं रामनवमी त्योहार की बैठक में किसी को नही बुलाया गया और शांति समिति के वाट्सऐप ग्रुप में थाना द्वारा जो सूची डाली गई उस सूची में पिछले चुनाव के निवर्तमान मुखिया को वर्तमान मुखिया के रूप में आमंत्रित किया गया। यह हम सभी वर्तमान जनप्रतिनिधियों के अपमान करने के समान है। इधर इस संबंध में थाना प्रभारी आकाश कुमार ने बताया कि वे चुनाव ड्यूटी में ब्यस्त थे, इस कारण वे अपने अधीनस्थ को ग्रुप में सूची डालने की जिम्मेवारी दिये थे लेकिन उसने पुराना सूची डाल दिया। जब उन्हें यह भूल पता हुई तो उसे तत्काल डिलीट कर व्यक्तिगत रूप से फोन पर जन प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया था।