झारखंड वार्ता
लातेहार:- आज 22/12/23 को संत जेवियर्स महाविद्यालय के सभागार में शांति सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ महाविधालय के प्राचार्य महोदय के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करने के साथ किया गया। तत्पश्चात फादर राजीप तिर्की के द्वारा चरनी को आशिषित किया गया। मिस नैंसी बाखला ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया।

इस कार्यक्रम के शुभ अवसर पर प्राचार्य फादर डॉ. एम. के. जोश ने संदेश देते हुए कहे कि प्रभु येशु शान्ति के राजकुमार है, यह सभी जानते हैं। प्रभु येशु ने अपने जीवनकाल के दौरान शांति का संदेश पूरी दुनिया को दिया। ईश्वर ने संसार को इतना प्यार किया कि उसने अपने पुत्र को हमारे बीच में भेजा ताकि हम अपना जीवन पाएं और उसे संपूर्ण बना सकें। इसका सबूत यह है कि जब वे यर्दन नदी में बारित्समा ले रहे थे उस समय स्वर्ग खुल गया और परमेश्वर की आत्मा उसे पर उतरे और स्वर्ग से आकाशवाणी हुआ कि यह मेरा प्रिय पुत्र है इस पर मैं अत्यंत प्रसन्न हूं। परमेश्वर से मिली आज्ञा को उन्होंने पूरा किया। उन्होंने ईश्वरीय राज की स्थापना की। एक ऐसा राज्य का राजा जिसके मन में किसी के लिए भेदभाव ना हो, तथा राज्य में सभी प्रकार के लोग सुख और चैन से जी सके।

इस राज्य का एकमात्र नियम यह है कि ईश्वर के प्रति प्रेम प्रकट करना और ईश्वरीय प्रेम मानव प्रेम के जरिए पूरे संसार में देना। लोग अपने गलत रास्ते को छोड़कर ईश्वरीय रास्ते को अपनाए क्योंकि ईश्वर प्रेम का रूप होता है। उरांव पुत्र के दृष्टांत के जरिए उन्होंने दुनिया को यह ज्ञान दिया कि कैसे खोए हुए लोगों को ढूंढे। गलत रास्ते पे भटके हुवे लोगों को प्रेम पूर्वक सही मार्ग पर लाने का रास्ता दिखाया। यीशु ने क्रूस पर मृत्यु को स्वीकार करने से पहले अपने शिष्यों को अपनी शांति का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मैं तुम्हें शांति देकर जा रहा हूं , अपनी शांति तुम्हें प्रदान करता हूं। इससे तुम्हारा मन कभी भी व्याकुल नहीं होगा और तुम कभी भी किसी बात से डरोगे नहीं। उन्होंने शांति का वरदान देते हुए हमें कहा कि हम लोगों को अपने आप में चिंतित और परेशान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि ईश्वर प्रत्येक क्षण हमारे साथ है। जब हम कठिन परिस्थिति से गुजरते हैं तो हमारा मन व्याकुल हो जाता है मगर कठिन परिस्थिति का सामना करने के लिए ईश्वर हमेशा अपना आशीर्वाद देते हैं। प्रभु यीशु अंधकार में प्रकाश के रूप में प्रकट हुआ ताकि हम अंधकार में जीवन को छोड़कर ज्योतिरूपी जीवन जीना शुरू करें। प्रभु येशु मसीहा ने मानवता की सेवा में अपने जीवन का बलिदान दे दिया।
इस कार्यक्रम के शुभ अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए मोहम्मद तनवीर ने कहा कि संत जेवियर महाविद्यालय विभिन्न जाति धर्म एवं संस्कृति का समावेश लेकर चलता है। महाविद्यालय के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं शांति का वाहक बनाकर समूह के लिए उदाहरण प्रस्तुत करने का कार्य करते हैं।

सुश्री सुरभी सिन्हा ने कहा कि महाविद्यालय माहौल धार्मिक सहिष्णुता परिचायक है ।शांतिपूर्ण वतावरण में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का उत्तम मंदिर है ।
महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रदर्शन करते हुवे नृत्य के माध्यम से सभी लोगों को सर्वधर्मसंभाव के सिद्धान्त की नीति अपनाने पर बल दिया। साथ ही साथ हॉस्टल की छात्राओं ने अपने क्रिसमस नृत्य प्रस्तुति के दौरान लोगों का मन मोह लिया।
महाविद्यालय की छात्राएं तथा शिक्षेत्तर कर्मचारियों ने अपने सुमधुर स्वरों में प्रभु येशु के लिए भजन कीर्तन प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम के अंत में क्रिसमस फ्रेंड सेलिब्रेशन एंड गिफ्ट एक्सचेंज इवेंट का भी आयोजन हुआ जिसका लोगों ने खूब लुत्फ तथा आनंद उठाया। इस तरह इस कार्यक्रम का सफल रूप से समापन किया गया।
