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पितृपक्ष आज से, जानें श्राद्धकर्म की विधि और नियम

On: September 18, 2024 2:11 AM
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Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष की शुरुआत आज यानी 18 सितंबर से हो रही है। पूर्णिमा सुबह 8:04 मिनट तक है। इसी दिन पूर्णिमा और प्रतिपदा का श्राद्ध किया जाएगा। 19 को द्वितीया, 20 को तृतीया, 21 को चतुर्थी श्राद्ध किया जाएगा। पंचमी 22 को, वहीं षष्ठी और सप्तमी 23 को, अष्टमी 24 को, नवमी 25 को, दशमी 26 को, एकादशी श्राद्ध 27 को करेंगे। 28 तारीख में कोई श्राद्ध नहीं किया जाएगा। द्वादशी 29 को, त्रयोदशी 30 सितंबर, चतुर्दशी श्राद्ध एक अक्टूबर को होगा। वहीं सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध 2 अक्टूबर को होगी। पितरों के प्रति श्रद्धा का पर्व श्राद्ध पक्ष इस बार 15 दिन का ही है। पंडितों का कहना है कि प्रतिपदा श्राद्ध यानी एकम तिथि का क्षय होने से ऐसी स्थिति बन रही है।

श्राद्ध विधि

इस दिन श्राद्ध करने वाले व्यक्ति देवी-देवताओं, ऋषियों और पितरों के नाम का उच्चारण करके श्राद्ध करने का संकल्प लेते हैं। इसमें जल में काले तिल मिलाकर पितरों को अर्पित किया जाता है। इस प्रक्रिया को तर्पण कहते हैं। इसे तीन बार किया जाता है। फिर चावल के बने पिंड बनाकर पितरों को अर्पित किए जाते हैं। यह प्रक्रिया महत्वपूर्ण मानी जाती है और इससे पितरों की आत्मा को तृप्ति मिलती है। श्राद्ध कर्म के अंत में ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है और उन्हें वस्त्र, भोजन, तिल, और अन्य दान दिए जाते हैं। इसे पिंडदान से भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि ब्राह्मणों को पितरों का प्रतिनिधि माना जाता है।

पितृपक्ष के जरूरी नियम


पितृपक्ष में तिथिनुसार पितरों का श्राद्ध करने का रिवाज है परिवार में जो कोई भी पितृपक्ष का पालन करता है या पितरों का श्राद्ध करता है, उसे इस अवधि में केवल एक वेला सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए, पितृपक्ष में सात्विक आहार खाएं, प्याज लहसुन, मांस मदिरा से परहेज करें। जहां तक संभव हो दूध का प्रयोग कम से कम करें। पितृपक्ष में स्नान के समय तेल, उबटन आदि का प्रयोग करना वर्जित है। पितरों को हल्की सुगंध वाले सफेद पुष्प अर्पित करने चाहिए। दक्षिण दिशा की ओर मुख करके पितरों को तर्पण और पिंड दान करना चाहिए। जब भी आप पितरों को तर्पण करें तो पानी में काला तिल, फूल, दूध, कुश मिलाकर उससे उनका तर्पण करें। कुश का उपयोग करने से पितर जल्द ही तृप्त हो जाते हैं पितृपक्ष में नित्य भगवदगीता का पाठ करें।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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