सरायकेला खरसावां: नीमडीह में पथराव आगजनी के बाद पुलिस का एक्शन जारी, गांव में पसरा सन्नाटा, पुरुष फरार
सरायकेला खरसावां: नीमडीह थाना के झीमड़ी में मुस्लिम युवक के द्वारा हिंदू लड़की को भगाए जाने और कथित रूप से धर्म परिवर्तन के खिलाफ लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था और आरोपी के घर को फूंक दिया था पथराव भी हुआ था। लोग आरोपी की गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे।जिसको लेकर पूरे सरायकेला खरसावां जिले में दो पक्षों के बीच तनाव व्याप्त हो गया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में नीमडीह थाना में 20 लोगों के खिलाफ नामजद व करीब सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ नीमडीह थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। शनिवार को आगजनी, तोड़फोड़, पथराव के आरोप में आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस के द्वारा एक्शन लिए जाने के कारण गांव के पुरुष फरार बताए जा रहे हैं सिर्फ महिलाएं हैं गांव में हैं। गांव में सन्नाटा छाया हुआ है।
पुलिस आरोपियों की तलाश में छापामारी कर रही है।रात में भी पुलिस गांव में गश्ती कर रही है। पुलिस का खौफ इस कदर ग्रामीणों में समाया है कि वे लोग घर छोड़कर फरार हो गए हैं। पथराव व तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने दर्जन भर लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी।
रविवार की शाम झिमड़ी गांव के खितीश कुमार, गंभीर प्रमाणिक, सीमांत महतो, हिमांशु महतो व क्रांति महतो को पीआर बांड में पुलिस ने छोड़ दिया है। पीड़िता का सोमवार को चांडिल कोर्ट में 164 का बयान दर्ज किया गया है। मेडिकल जांच की प्रक्रिया की जा रही है।
पीड़िता के साथ उसकी मां व ग्राम प्रधान सहित गांव के तीन चार लोग साथ-साथ जा रहे हैं। घटना के तीसरे दिन भी झिमड़ी में पुलिस तैनात है। घटना के बाद से गांव की दुकानें बंद है।
सरायकेला एसपी मुकेश लुणायत के मुताबिक पीड़िता का 164 का बयान करा लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। पीड़िता का धर्म परिवर्तन हुआ है कि नहीं इसकी जांच कराई जा रही है। दोषियों पर निश्चित कार्रवाई होगी।
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