पुलिस ने ज्योति मर्डर कांड का किया खुलासा,16 लाख की सुपारी,पति समेत 4 को जेल
सरायकेला : सरायकेला- खरसावां जिले में जमशेदपुर के व्यापारी रवि अग्रवाल की पत्नी ज्योति अग्रवाल हत्याकांड से सरायकेला खरसावां जिले के साथ-साथ पूर्वी सिंहभूम जिले में भी सनसनी मच गई थी। चांडिल थाना क्षेत्र के वेव इंटरनेशनल होटल से खाना खाकर निकल रहे थे रवि अग्रवाल और उसकी पत्नी ज्योति और बच्चे इसी दौरान ज्योति अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस पर पहले तो भारी दबाव था चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी अल्टीमेटम दे दिया था लेकिन पुलिस के शक के घेरे में पति ही था क्योंकि केवल पत्नी की ही हत्या हुई थी और पति और बच्चे को कुछ नहीं हुआ था और दूसरी ओर मृतका ज्योति अग्रवाल के पिता प्रेमचंद अग्रवाल ने लिखित आवेदन दिया था जिसमें उन्होंने अपने दामाद यानी मृतका के पति रवि अग्रवाल के विरुद्ध षड्यंत्र के तहत उनकी बेटी की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया था। उसके बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज का गला और टेक्निकल सबूत जुटाए और मामले का खुलासा कर दिया।
पलिस ने इस मामले में पति रवि अग्रवाल और तीन अन्य आरोपियों पंकज कुमार साहनी, रोहित कुमार दुबे और मुकेश मिश्रा को जेल भेजा है।पुलिस ने उनके पास से एक लोडेड देशी कट्टा एक जिंदा कारतूस, रवि अग्रवाल के पास से दो एंड्रॉयड स्मार्टफोन, रोहित कुमार दुबे के पास से एक एंड्रॉयड स्मार्टफोन, मुकेश मिश्रा के पास से एक स्विफ्ट कार और दो एंड्रॉयड स्मार्टफोन और पंकज साहनी के पास से एक एंड्रॉयड फोन बरामद किया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सरायकेला खरसावां जिला के एसपी मनीष टोप्पो ने बताया कि मृतका ज्योति अग्रवाल के पिता प्रेमचंद अग्रवाल ने लिखित आवेदन दिया था जिसमें उन्होंने अपने दामाद यानी मृतका के पति रवि अग्रवाल के विरुद्ध षड्यंत्र के तहत उनकी बेटी की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया था।
इसके बाद चांडिल सीडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर अनुसंधान के क्रम में पाया कि मृतका के पति के साथ शादी के बाद पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा था। आए दिन दोनों के बीच लड़ाई झगड़ा होता था, जिससे वह अपने पत्नी को सहन नहीं कर पा रहे थे, जिसके बाद रवि अग्रवाल, मुकेश मिश्रा तथा उनके चार अन्य साथी के साथ 16 लाख रूपये की सुपारी देकर अपनी पत्नी को जान मारने की योजना बनायी।
उन्होंने बताया कि योजना के अनुसार पूर्व में दो बार असफल हो गया, मगर 29 मार्च को निर्धारित योजना के अनुसार रवि अग्रवाल ने अपनी पत्नी तथा बच्चों के साथ बालीगुमा स्थित मिनी पंजाब होटल से खाना खाकर चांडिल थाना अंतर्गत कांदरबेड़ा एवं वेव इंटरनेशनल होटल के बीच हाईवे के किनारे उल्टी करने के बहाने अपनी कर खड़ा कर दिया।इसके तुरंत बाद मुकेश मिश्रा तीन अन्य साथी के साथ उक्त स्थल पर पहुंचा और ज्योति अग्रवाल के कनपटी पर बंदूक सटा गोली मारकर हत्या कर दी।
छापेमारी दल में चांडिल सीडीपीओ सुनील कुमार रजवाल, चांडिल इंस्पेक्टर अजय कुमार चांडिल थाना प्रभारी वरुण यादव, चौक थाना प्रभारी बजरंग महतो, खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार, कपाली ओपी प्रभारी सोनू कुमार, इचागढ़ थाना प्रभारी विक्रमादित्य पांडेय शामिल थे। पहले गंगटोक में फ़रवरी में हत्या करने का प्रयास किया था। उसके बाद एक बार गला रेतकर मारने की कोशिश की थी।रंगदारी के लिए जो पत्र देने की बात थी वह भी झूठी थी और यह सुनियोजित तरीके से हत्या करने का एक हिस्सा था।
- Advertisement -