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गढ़वा: बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाने गई पुलिस टीम पर हमला, 12 घायल

On: August 17, 2025 5:47 PM
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गढ़वा: गुरदी गांव में रविवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब एक पारिवारिक विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। विवाद में बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। देखते ही देखते हालात इतने बिगड़ गए कि स्थिति मॉब लिंचिंग तक पहुंच गई। हालांकि, पुलिस की तत्परता और अतिरिक्त बल के मौके पर पहुंचने से बड़ी वारदात टल गई। इस घटना में पुलिसकर्मियों और महिला पक्ष सहित लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए।

क्या है पूरा मामला

गांव के निवासी तकसीर खान (27 वर्ष) और उसकी पत्नी रकीबा खातून (22 वर्ष) के बीच शादी के कुछ साल बाद से ही विवाद चल रहा था। मामला न्यायालय तक भी पहुंचा, लेकिन बाद में समझौते के बाद दोनों का मिलना-जुलना शुरू हो गया। इसी बीच शनिवार की रात तकसीर ने पत्नी के साथ मारपीट की। इसके बाद रकीबा ने अपने मायके वालों को सूचना दी।

रविवार सुबह रकीबा के पिता जाहिद आलम खान, भाई समीर खान, सैफ अली खान और मां सबीला बीबी गुरदी पहुंचे और विवाद सुलझाने का प्रयास करने लगे। इसी दौरान गांव के लोग वहां इकट्ठा हो गए और अचानक लड़की पक्ष पर हमला बोल दिया। हालात बिगड़ते देख रकीबा और उसके परिजन तकसीर के ही एक कमरे में छिप गए, लेकिन भीड़ ने उन्हें बाहर निकालने और आग के हवाले करने की कोशिश की।

पुलिस पर भी हुआ हमला

जैसे-जैसे स्थिति गंभीर होती गई, वैसे ही गढ़वा पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना पर पुलिस अवर निरीक्षक इस्माइल आज़ाद, आरक्षी नवसे करकटा, बसंत उरांव और चालक हरेंद्र कुमार सिंह दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस टीम को भी घेरकर लाठी-डंडों से हमला कर दिया।

हालात बेकाबू होते देख टीम ने थाना प्रभारी बृज कुमार को सूचना दी। थोड़ी ही देर में थाना प्रभारी अतिरिक्त बल के साथ पहुंचे तो ग्रामीण मौके से फरार हो गए। इसके बाद पुलिस ने बंधक बनाए गए लोगों को सुरक्षित निकालकर गढ़वा सदर अस्पताल भेजा।

कई लोग घायल, सुरक्षा बढ़ाई गई

हमले में पुलिसकर्मियों के अलावा रकीबा खातून और उसके मायके पक्ष के कई लोग घायल हुए हैं। घायलों का इलाज गढ़वा सदर अस्पताल में चल रहा है और डॉक्टरों ने उनकी हालत खतरे से बाहर बताई है।

घटना के बाद से गुरदी गांव और आसपास के इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है।

थाना प्रभारी का बयान

थाना प्रभारी बृज कुमार ने बताया कि पुलिस बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाने गई थी, तभी हमला हुआ। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और दोषियों की पहचान की जा रही है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि “कानून अपने हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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