झारखंड वार्ता संवाददाता
गढ़वा: झारखंड के पलामू जिले में रेत माफियाओं द्वारा बीडीओ को ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है। विपक्ष ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर कड़ा प्रहार किया है।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा, “झारखंड में ईमानदारी अब मौत की सजा बन गई है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि उंटारी रोड प्रखंड के सिद्धा गांव में बीडीओ श्रवण कुमार भगत अवैध रेत खनन की जांच करने पहुंचे थे। तभी माफियाओं ने उन्हें कुचलने का प्रयास किया। मरांडी ने कहा कि बीडीओ और उनकी टीम किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रही, लेकिन पुलिस मौके पर आने के बाद भी आरोपियों पर तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की गई।
मरांडी ने सरकार से तीखे सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जब सरकारी अधिकारी ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता अपनी सुरक्षा की उम्मीद किससे करे? बीडीओ श्रवण कुमार की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा? जब पुलिस माफिया और गुंडों के साथ खड़ी हो जाती है, तो जनता को न्याय कौन दिलाएगा?
घटना सोमवार देर रात सिद्धा गांव (थाना उंटारी रोड क्षेत्र) में हुई थी। ज्ञात हो कि बीडीओ श्रवण कुमार भगत अपनी टीम के साथ देर रात अवैध बालू खनन की जांच के लिए निकले थे। इस दौरान उन्होंने एक बिना नंबर वाले ट्रैक्टर को रुकने का संकेत दिया, लेकिन चालक ने ट्रैक्टर की रफ्तार बढ़ाकर उसे सीधे अधिकारियों की ओर मोड़ दिया।
अधिकारी और उनकी टीम किसी तरह बच निकले, जबकि तेज रफ्तार ट्रैक्टर पास की एक झोपड़ी से जा टकराया, जिससे वहां बंधे दो मवेशी घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
अगले दिन मंगलवार सुबह बीडीओ और थाना प्रभारी ने दोबारा घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने तकनीकी जांच के बाद संबंधित ट्रैक्टर को गढ़वा जिले के मंझिआंव थाना क्षेत्र से बरामद कर लिया है।
हालांकि, ट्रैक्टर मालिक और चालक फिलहाल फरार हैं। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी है। थाना प्रभारी संतोष गिरी ने बताया कि वाहन के इंजन और चेसिस नंबर के आधार पर मालिक की पहचान की जा रही है। बीडीओ से सत्यापन के बाद मुख्य आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
इस घटना के बाद प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई है। विपक्ष जहां इसे “सरकार की नाकामी” बता रहा है, वहीं प्रशासन ने पूरे मामले की जांच तेज करने और बीडीओ को सुरक्षा प्रदान करने की बात कही है।
बीडीओ को रौंदने की कोशिश पर सियासत गर्म: हेमंत सरकार पर बाबूलाल मरांडी का तीखा प्रहार, बोले- झारखंड में ईमानदारी की सजा मौत











