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प्रयागराज:संगम स्नान और कपड़े बदलती महिलाओं के वीडियो बनाने, खरीदने, बेचने वालों की खैर नहीं! विदेशी कनेक्शन का खुलासा

On: February 21, 2025 7:08 AM
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उत्तर प्रदेश: महाकुंभ में प्रयागराज संगम पर स्नान कर रही और कपड़े बदल रही महिलाओं की वीडियो बनाकर उसे खरीदने और बेचने का काम चल रहा था। इनको कुकृत्यों को करने वाले विदेशी हैकर्स के संपर्क में थे। इसके खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस रेस में आ गई है और डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा है कि किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। इस मामले में 13 प्राथमिकी दर्ज की गई है। 17 सोशल मीडिया के खिलाफ केस किया गया है।इसमें कई यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट्स शामिल बताए जा रहे हैं।

सूत्रों का कहना है कि इस तरह का कांड करने वाले रोमानिया अटलांटा जैसे देशों के विदेशी हैकर्स के संपर्क में थे। इस पर पुलिस तहकीकात कर रही है।

प्रयागराज में संगम पर स्नान कर रही और कपड़े बदल रही महिलाओं के फोटो और वीडियो को सोशल मीडिया व टेलीग्राम पर अपलोड और बेचने का मामले में पुलिस के एक्शन से इस कुकृत्य को अंजाम देने वाले लोगों में हड़कंप मच गया है कई फरार बताए जा रहे हैं।

डीआईजी ने इसे गंभीर अपराध मानते हुए न सिर्फ अपलोड और बेचने वालों, बल्कि इन वीडियो को खरीदने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई का आदेश दिया है. टेक्निकल टीम सोशल मीडिया अकाउंट्स और टेलीग्राम चैनलों को ट्रैक कर रही है.प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Maha Kumbh 2025) में माघ मेले और संगम स्नान के दौरान महिलाओं के स्नान करने और कपड़े बदलते समय चोरी-छिपे खींचे गए फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर बेचे जा रहे हैं. इन वीडियो को सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपलोड किया जा रहा है. इस पूरे मामले को लेकर प्रयागराज के डीआईजी वैभव कृष्ण ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

डीआईजी ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. खासकर, ऐसे वीडियो और फोटो को अपलोड करने, बेचने और खरीदने वालों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस की टेक्निकल टीम टेलीग्राम चैनलों और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को चिह्नित कर रही है, जहां यह आपत्तिजनक सामग्री बेची जा रही है।

इस मामले में प्रयागराज पुलिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की कंपनियों से भी मदद ले रही है, ताकि इन अकाउंट्स को मैनेज करने वालों तक पहुंचा जा सके। डीआईजी ने साफ कहा है कि बिना अनुमति किसी की निजी तस्वीरें या वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करना गंभीर अपराध है, और इसमें शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.इन फोटो और वीडियो को खरीदने वालों पर भी कानूनी शिकंजा कसा जाएगा।टेलीग्राम और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर इन वीडियो को खरीदने वालों की पहचान की जा रही है, और जल्द ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. डीआईजी वैभव कृष्ण ने स्पष्ट किया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए टेक्निकल इंटेलिजेंस और डिजिटल सर्विलांस का इस्तेमाल किया जा रहा है. जल्द ही इस मामले में कड़ी कार्रवाई होगी.

पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है। मेला प्रशासन और साइबर सेल सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रख रहा है। वहीं, पुलिस ने यह भी बताया कि कुछ लोग महाकुंभ से जोड़कर कुछ पुरानी तस्वीरें और वीडियो वायरल कर रहे हैं। इन मामलों की भी जांच जारी है। महाकुंभ प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखें तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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