रांची: राजधानी रांची में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। श्रद्धा और आस्था के इस पर्व को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है। बुधवार को उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री और एसएसपी राकेश रंजन ने शहर के कई प्रमुख छठ घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने कांके डैम, राजभवन के समीप हटानिया तालाब, गोंडा डैम, कडरू तालाब, और धुर्वा डैम सहित कई स्थानों की तैयारियों की समीक्षा की।

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने नगर निगम और पुलिस अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नगर निगम सभी छठ घाटों की सफाई, लाइटिंग, पेयजल, अस्थायी शौचालय और चेंजिंग रूम की व्यवस्था सुनिश्चित करे, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो। डीसी ने कहा कि “छठ पूजा श्रद्धा, आस्था और स्वच्छता का प्रतीक है, ऐसे में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए और पूजा शुरू होने से पहले सभी घाट पूरी तरह तैयार रहें।”
वहीं, एसएसपी राकेश रंजन ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि छठ पूजा के दौरान महिला सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। सभी प्रमुख घाटों पर महिला पुलिसकर्मी, पुलिस बल और होमगार्ड की पर्याप्त तैनाती की जाएगी। इसके साथ ही भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग, ड्रोन निगरानी, और ट्रैफिक प्रबंधन के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने तालाबों और डैमों में साढ़े तीन फीट से अधिक गहरे हिस्सों को बैरिकेडिंग कर घेरने का निर्णय लिया है, ताकि कोई भी श्रद्धालु गहरे पानी में न जा सके। इसके अलावा, एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम भी घाटों पर तैनात रहेगी।
डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने छठव्रतियों से अपील की कि वे बच्चों को असुरक्षित या गहरे पानी वाले हिस्सों में जाने से रोकें। उन्होंने कहा कि “प्रशासन की पूरी कोशिश है कि इस बार का छठ पर्व शांतिपूर्ण, स्वच्छ और सुरक्षित माहौल में संपन्न हो।”
उपायुक्त और एसएसपी के निरीक्षण के बाद नगर निगम एवं पुलिस विभाग को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।
निरीक्षण के दौरान अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) श्री राजेश्वरनाथ आलोक, अनुमंडल पदाधिकारी, सदर श्री उत्कर्ष कुमार, पुलिस अधीक्षक, यातायात श्री राकेश सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्रीमती उर्वशी पांडेय, नगर निगम, पथ निर्माण, बिजली, पीएचईडी तथा अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।













